पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर अगली बार लोगों ने सेवा करने का मौका फिर से दिया तो वह गांवों को आपस में जोडने के साथ-साथ उन्हें राज्य राजमार्ग व राष्ट्रीय राजमार्ग से जोडने के लिए कार्य करेंगे। नीतीश ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ग्रामीण कार्य विभाग की 15192.88 करोड रुपए की लागत की 14405 योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि वह पहले भी कह चुके हैं कि अगली बार अगर लोगों ने फिर से सेवा का मौका दिया तो हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध करेंगे। नीतीश ने कहा कि हम राज नहीं करते बल्कि हम करते हैं। सेवा ही हमारा धर्म है। उल्लेखनीय है कि बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर के महीनों में संभावित है।
उन्होंने मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना तथा नई अनुरक्षण नीति के तहत 1992 करोड रूपये की 1985 किमी सडकों का एवं 36 पुलों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नीतीश ने कहा कि कहा कि राज्य की प्रगति में ग्रामीण सड़कों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सड़कों का सिर्फ बेहतर निर्माण करना ही हमारा उद्देश्य नहीं है बल्कि उसका रख—रखाव भी हमारा लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 से पहले सिर्फ 835 कि0मी0 ग्रामीण सडकों का निर्माण हुआ था। जब से काम करने का मौका मिला राज्य में सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य किए गए। बेहतर नीति निर्माण के साथ-साथ उसका उचित कार्यान्वयन भी किया गया। सरकार में आने के बाद विभागों का पुनर्गठन किया गया। ग्रामीण कार्य विभाग का सृजन किया गया। ग्रामीण सडकों के निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग के माध्यम किये जाने लगे।
नीतीश ने कहा कि सात निश्चय योजना के अंतर्गत हर घर तक बिजली पहंचा दी गई है और हर घर तक पक्की गली-नाली का निर्माण और हर घर तक नल का जल योजना का काम लगभग पूर्ण हो चुका है। टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत 4,400 के करीब टोलों को पक्की सड़क से जोडने के लिये चिन्हित किया गया था जिनमें से अधिकांश टोले जुड गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण सड़कों का चौडीकरण किया जा रहा है। सडकों के किनारे वृक्षारोपण किया जा रहा है, इससे हरित आवरण बढ़ने के साथ सड़कों का और बेहतर रख—रखाव हो सकेगा। ग्रामीण सड़कों के बेहतर निर्माण से आवागमन बेहतर हुआ है।
उन्होंने कहा कि बिहार की 89 प्रतिशत जनसंख्या गांव में निवास करती है। 76 प्रतिशत लोगों की आजीविका का आधार कृषि है। अब तक तीन कृषि रोडमैप बनाये गये हैं इससे फसलों की उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि हुई है। सडक निर्माण से किसान अपनी उपज बाजार तक आसानी से पहुंचा रहे है। इससे उनको अपनी उपज का उचित मूल्य भी प्राप्त हो रहा है।