पटना: बिहार की राजनीति में आज बड़े सियासी उठापटक का दिन है। अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से नाराज तेजप्रताप यादव पटना में आज नंगे पांव मार्च कर सड़क पर अपना शक्ति-प्रदर्शन करेंगे। RJD में गृहयुद्ध के बीच कांग्रेस ने भी आरजेडी से गठबंधन तोड़ लेने की धमकी दी है। कांग्रेस ने आरजेडी से उपचुनाव में अपना कैंडिडेट वापस लेने की मांग की है और कहा है कि ऐसा नहीं हुआ तो आज वो गठबंधन तोड़ सकती है।
परिवार और पार्टी में अलग-थलग पड़े लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव आज जनशक्ति यात्रा निकालेंगे। तेजप्रताप की ये यात्रा पटना के गांधी मैदान से शुरू होकर जेपी आवास तक जाएगी। तेजप्रताप पैदल होंगे और नंगे पांव चलेंगे। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 119 वीं जयंती के मौके पर हो रही तेजप्रताप यादव की इस यात्रा में उनके बनाए संगठन 'छात्र जनशक्ति परिषद' के सदस्य शामिल होंगे। नाराज तेजप्रताप को मनाने राबड़ी देवी कई महीने बाद कल दिल्ली से पटना पहुंचीं।
बेटों के बीच का झगड़ा सुलझाने पटना पहुंची राबड़ी देवी
पटना पहुंचते ही राबड़ी देवी पर सवालों की बौछार हो गई। राबड़ी देवी तो झगड़े पर ज्यादा कुछ नहीं बोलीं लेकिन तेजप्रताप चुप नहीं रहे। तेजप्रताप यादव ने कहा कि मां आई हैं तो उनसे आशीर्वाद लेंगे लेकिन उनको स्टार प्रचारक में क्यों नहीं रखा गया ये बड़ा सवाल है।
तेजस्वी से नाराज तेजप्रताप ने बनाई है छात्र जनशक्ति परिषद
तेजप्रताप और तेजस्वी में झगड़े की कई वजहों हैं। बिहार में उपचुनाव है और इस चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की जो लिस्ट जारी हुई उसमें ना तो तेजप्रताप का नाम था, ना ही राबड़ी देवी और मीसा भारती का। तेजप्रताप ने खुद के लिए तो सवाल नहीं उठाया लेकिन मां और बहन को स्टार प्रचारक से बाहर करने पर सवाल उठा दिया। आरजेडी में अलग-थलग पड़े तेजप्रताप ने छात्र जनशक्ति परिषद नाम का एक संगठन बनाया है लेकिन RJD ने इसे मान्यता नहीं दी है।
तेज प्रताप ने छात्र संगठन का सिंबल लालटेन रखा तो आरजेडी ने इस पर भी ऐतराज जताया। इन विवादों के बीच आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने ये कह कर सियासी बवाल खड़ा कर दिया कि तेजप्रताप तो आरजेडी में हैं ही नहीं, उन्होंने अपना अलग संगठन बना लिया है।