पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में सोमवार को कहा कि उनकी प्राथमिकता काम करना है और लोकसभा चुनाव में काम के आधार पर बिहार के लोगों ने जनादेश भी दिया है। बीजेपी से कड़वाहट की खबरों के बीच नीतीश ने कहा कि दोनों पार्टियों में आपस में किसी भी तरह की कटुता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे बुनियादी सिद्धांत से समझौता नहीं कर सकते। इस मौके पर नीतीश ने विभिन्न मुद्दों पर लोगों के सुझाव भी सुने।
नीतीश ने जनता दल (युनाइटेड) के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में किसी प्रकार की कटुता से इंकार करते हुए कहा कि मंत्रिमंडल में सांकेतिक रूप से शामिल नहीं होने का निर्णय जेडीयू पार्टी का है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के साथ आपसी संबंध में कोई कटुता नहीं है। जैसे पहले सौहार्द का संबंध था वैसे आज भी है।’ लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि चुनाव के समाप्त होने के साथ ही उनकी दिलचस्पी काम में रहती है।
मंत्रिमंडल में JDU के नहीं शामिल होने पर बिहार के विकास पर प्रभाव पड़ने की किसी भी संभावना से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि अगले 5 साल तक ऐसे सभी पिछड़े राज्यों के विकास के लिए पहल की जानी चाहिए, जिससे ऐसे पिछड़े राज्यों को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाया जा सके। मुजफ्फरपुर में फैली बीमारी एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (AES) और जापानी इंसेफ्लाइटिस (JE) से हो रही बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस पूरे मामले पर नजर रख रहा है।
आपको बता दें कि बरसात से पहले AES और JE बीमारियां हर साल बिहार में कहर बरपाती है। इसकी पूरी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक कराना होगा। हर साल बच्चे काल की गाल में समा जा रहे हैं। ये चिंता का विषय है।’ इससे पहले, मुख्यमंत्री ने लोकसंवाद कार्यक्रम में विभिन्न मुद्दों पर लोगों के सुझाव सुने। (IANS)