पटना : बिहार की राजधानी पटना में रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 316 दर्ज किया गया, जिससे यह भारत के सबसे दूषित शहरों में दूसरे स्थान पर पहुंच गया। एक्यूआई 316 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। राज्य के अन्य चार शहरों में 'खराब' एक्यूआई दर्ज किया गया जिसमें सीवान (282), मुजफ्फरपुर (233), हाजीपुर (232) और बेतिया (221) शामिल हैं।
ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के शाम चार बजे के बुलेटिन के अनुसार, उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा जहां एक्यूआई 346 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के मुताबिक, लंबे समय तक 'बहुत खराब' वायु गुणवत्ता रहने पर सांस लेने से संबिधत बीमारियां हो सकती हैं।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (बीएसपीसीबी) के अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार शुक्ला ने कहा, ‘यह सच है कि राज्य के कुछ शहरों में कम हवा की गति, प्रदूषण नियंत्रण उपायों का पालन किए बिना चल रही निर्माण गतिविधियां और हाल ही में पटना और आसपास के इलाकों में आग लगने की घटनाओं के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है।’ उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता को रोकने के लिए नगर निकायों को पानी का छिड़काव शुरू करना होगा।
वहीं राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां प्रदूषण के स्तर में मामूली बढ़ोतरी हुई है। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के करीब पहुंच गया है। दूसरी ओर फरीदाबाद में प्रदूषण के स्तर में 24 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है जिसके बाद वहां वायु गुणवत्ता सूचकांक घटकर 248 पर पहुंच गया है। (इनपुट-भाषा)