पटना: बिहार में आते ही बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र का एजेंडा छेड़ा तो बिहार की सियासत में भूचाल आ गया। पटना के तरेतपाली मठ में चौथे दिन की हनुमंत कथा में एक बार फिर बागेश्वर सरकार ने हिंदू राष्ट्र के अपने एजेंडा का ऐलान कर दिया। बाबा ने बिहार के लोगों को इसका रोडमैप भी बताया और कहा कि हमारा संकल्प बिहार से ही पूरा होगा। बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने बड़े सलीके और सहजता के साथ कथा में आए लोगों से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की अपनी बात कह दी। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प बिहार से ही पूरा होता दिख रहा है...फिर क्या था सरकार और उनके साथियों का पारा तमतमा गया।
हर दिन कथा में पहुंच रहे रिकॉर्ड तोड़ लोग
पटना से 25 किलोमीटर दूर नौबतपुर में बागेश्वर सरकार का दरबार लगा हुआ है। आज धीरेंद्र शास्त्री की कथा का पांचवां और आखिरी दिन है। सितंबर में गया आने के आश्वासन के साथ बुधवार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार से लौट जाएंगे। बाबा की कथा में हर दिन लाखों लोग पहुंच रहे हैं, हर दिन नया रिकॉर्ड बन रहा है। बागेश्वर सरकार की एक झलक पाने के लिए लोग दिन रात इंतजार कर रहे हैं वहीं भीड़ देखकर बाबा भी गदगद हैं और जमकर लोगों के बीच कथा के साथ-साथ बिहार और बिहार की भक्ति का बात कर रहे हैं। ये बाबा बागेश्वर सरकार के लिए लोगों की भक्ति है जो हर दिन कथा में लोग रिकॉर्ड तोड़ पहुंच रहे हैं। भीड़ देखकर आयोजकों के हाथपांव फूल रहे हैं। प्रशासन जनसैलाब के आगे बेबस है और राजनेता हैरान।
जगदानंद ने बताया मदारी
बागेश्वर सरकार को लेकर सबसे पहले आरजेडी मुखिया लालू यादव से सवाल हुआ तो लालू यादव इतना भड़क गए कि पूछने लगे वो कोई बाबा हैं क्या? लालू यादव ने बाबा बागेश्वर सरकार पर सवाल उठाए तो पूरी आरजेडी एक सुर में बाबा के विरोध में उतर आई। कुछ दिन पहले तक बाबा का विरोध करने वाले तेज प्रताप ने कहा वो बाबा को जानते नहीं। वहीं जगदानंद ने संविधान का हवाला देकर धीरेंद्र शास्त्री पर सवाल खड़े कर दिए। जगदानंद ने धीरेंद्र शास्त्री को मदारी बता दिया। उन्होंने कहा कि जहां मदारी डुगडुगी बजाता है वहां भीड़ जुट जाती है।
इस वक्त बागेश्वर सरकार बिहार की सियासत का सेंटर प्वाइंट बन गए हैं हर नेता की जुबान पर बस धीरेंद्र शास्त्री का ही नाम है। सरकार जहां उनके बयानों पर सवाल उठा रही है वहीं विपक्ष बाबा के समर्थन में जय जयकार कर रहा है। लेकिन असली खेल बीजेपी ने महागठबंधन की सरकार के खिलाफ कर दिया है। बीजेपी की पूरी कोशिश है कि बाबा के इस दरबार से सियासी खबरें भी निकलें और 2024 में उनके पक्ष में माहौल बनाने का भी काम हो।
'भारत में रहना है तो सीता राम कहना होगा'
बाबा बागेश्वर की कथा करवाने वाले आयोजक ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी शामिल होने का न्यौता दिया था। अब अगर तेजस्वी बाबा के इस दरबार में आ जाते तो उनके अल्पसंख्यक वोटरों को गलत संदेश चला जाता। तेजस्वी ने बोल दिया कि जहां प्रदेश की भलाई होती है, वहां जरूर जाते हैं और ये कहकर तेजस्वी नहीं आए। सवाल बाबा पर उठे तो कथा के मंच से बाबा बागेश्वर सरकार ने अपने ही अंदाज में जवाब भी दे दिया। बाबा ने हिंदू विरोधी ताकतों को ललकार कर ऐलान कर दिया है देश में रहना है तो अब सीता राम कहना होगा।
बागेश्वर सरकार की एक झलक को बेताब लोग
एक तरफ आरजेडी और जेडीयू के नेता बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री को नौटंकी बता रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके भक्तों की भीड़ बढ़ती जा रही है। पटना के जिस होटल में धीरेन्द्र शास्त्री रुके हुए हैं वहां उनकी एक झलक पाने के लिए सुबह से ही होटल के बाहर हजारों की तादाद में लोग पहुंच जाते हैं।