बिहार के मधेपुरा के बीएन मंडल स्टेडियम में सोमवार को आयोजित अखिल भारतीय यादव महासभा के शताब्दी समारोह में भारी बवाल हो गया। कार्यक्रम के दौरान मंच पर पहुंचे जाप सुप्रीमो पप्पू यादव लोगों को संबोधित कर रहे थे, इस बीच सुपौल के पिपरा विधानसभा के पूर्व आरजेडी विधायक रघुवंश यादव के समर्थकों ने पप्पू यादव का विरोध करते हुए 'लालू यादव जिंदाबाद' के नारे लगाने लगे। हालांकि, पप्पू यादव मंच से यादव समुदाय के उत्थान पर बात करते रहे, लेकिन नारेबाजी कर रहे युवक किसी को सुनने नहीं दे रहे थे और लगातार लालू यादव जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
माइक फेंक मंच से नीचे उतर गए
बताया जा रहा है कि पप्पू यादव को लालू यादव के नारे से कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन बोलने हीं नहीं दिया जा रहा था। इससे नाराज जाप सुप्रीमो पप्पू यादव मंच से माइक फेंककर नीचे उतर गए। वहीं, आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर रहे एक युवक की जमकर धुनाई कर दी। घंटों चले इस कार्यक्रम के दौरान आपस में मारपीट भी हुई। बाद में किसी तरह मामला शांत हुआ। दरअसल, मधेपुरा में यादवों को आगामी लोकसभा चुनाव में एकजुट करने हेतु यह कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय यादव महासभा के बैनर तले किया गया था, लेकिन कार्यक्रम के दौरान ही अफरा-तफरी मच गई।
नारे लगा रहे एक युवक की पिटाई
पप्पू यादव ने पहले तो युवक को शांत कराने की पूरी कोशिश की, लेकिन जब वे शांत नहीं हुए तो वे माइक रखकर मंच से जाने लगे। मंच पर मौजूद लोगों ने पप्पू यादव को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन वे माइक फेंककर मंच से नीचे उतर गए। इसके बाद थोड़ी देर के लिए मंच के समीप भगदड़ मच गई। पप्पू यादव के समर्थकों ने उस युवक की फिल्मी स्टाइल में जमकर पिटाई कर दी। बाद में मौजूद लोगों ने उसको भीड़ से बचाकर मंच पर ले गए। कार्यक्रम में लोग नहीं पहुंचे, ज्यादातर कुर्सियां खाली रह गईं।
कार्यक्रम में खेसारी लाल भी पहुंचे
बता दें कि यादव महासभा के शताब्दी समारोह की तैयारी काफी दिनों से की जा रही थी। आयोजक मंडल की ओर से कार्यक्रम में लगभग एक लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन पंडाल में लगी आधे से अधिक कुर्सियां खाली पड़ी रह गईं। पूरे कार्यक्रम में अव्यवस्था चरम पर था। मंच पर भी अफरा-तफरी का माहौल रहा। वहीं, कार्यक्रम में भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव भी पहुंचे थे। हंगामा शांत करने के लिए गाना भी शुरू किया, लेकिन मामला उलझता चला गया, जिसके बाद कार्यक्रम बंद कर दिया गया।
- शंकर कुमार की रिपोर्ट