लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनाव के पहले चरण के लिए आज से नामांकन प्रक्रिया भी हो गई है। हालांकि, बिहार में ना तो एनडीए (NDA) और ना ही महागठबंधन ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। इसकी एक वजह राजनीतिक समीकरणों को माना जा रहा है। महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर आरजेडी हाईकमान लगातार बैठकें कर रहा है। इस बीच, जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की है।
बिहार में बीजेपी को जीरो पर आउट करने की रणनीति
पप्पू यादव ने मंगलवार शाम को लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इसकी जानकारी पप्पू यादव ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए दी। उन्होंने लिखा, "आज अभिभावक पितातुल्य आदरणीय लालू जी, माननीय नेता प्रतिपक्ष भाई तेजस्वी जी के साथ पारिवारिक माहौल में मुलाक़ात! मिलकर बिहार में बीजेपी को जीरो पर आउट करने की रणनीति पर चर्चा हुई। बिहार में INDIA गठबंधन की मज़बूती, सीमांचल, कोसी, मिथिलांचल में 100% सफलता लक्ष्य है।"
पूर्णिया से चुनाव लड़ना चाहते हैं पप्पू यादव
जानकारी के मुताबिक, पप्पू यादव ने लालू यादव और तेजस्वी के साथ आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की और आगे की रणनीति बनाई। पप्पू यादव पूर्णिया से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह लगातार इस सीट से दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पप्पू यादव महागठबंधन में शामिल होकर पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं।
लालू यादव को अभिभावक और पितातुल्य बताया
मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने लालू यादव को अपना अभिभावक और पितातुल्य बताया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर बिहार में बीजेपी को जीरो पर आउट करेंगे। बता दें कि बिहार में महागठबंधन में शामिल सहयोगी दलों के बीच सीटों को लेकर मंथन चल रहा है, लेकिन अभी सहमति नहीं बन पाई है। इस बीच, बिहार में सियासी समीकरण भी बदलने की संभावनाएं बढ़ी हैं। राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को एनडीए में एक भी सीट नहीं दी गई है, इसकी वजह से उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। कहा जा रहा है कि वो महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
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