पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों में संशोधन तक कोटा से छात्रों को बिहार वापस लाना संभव नहीं है। राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग के दौरान नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से यह बात कही। आपको बता दें कि बिहार के हजारों छात्र कोटा में मेडिकल इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए जाते हैं। अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से वे कोटा में फंसे हुए हैं बिहार वापस लौटना चाहते हैं। बिहार में इन छात्रों के अभिभावक लगातार सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं कि छात्रों को वापस लाया जाए। लेकिन लॉकडाउन की वजह से यह संभव नहीं हो पा रहा है।
मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस में मोदी ने संकेत दिए कि कोरोना वायरस का संक्रमण तीन मई के बाद भी ज्यादा समय तक रह सकता है और लोगों को मास्क का प्रयोग और सैनिटाइजर्स ज्यादा समय तक इस्तेमाल करने की जरूरत है। भारत में लॉकडाउन का अंतिम सप्ताह चल रहा है और प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को सभी मुख्यमंत्रियों से कहा कि देश को कोरोना वायरस से लड़ने के साथ ही साथ अर्थव्यवस्था को भी महत्व देना होगा।
केंद्र सरकार ने बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस में मोदी ने कोरोना वायरस से अत्यधिक संक्रमित क्षेत्रों में दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने के महत्व पर जोर दिया। 22 मई के बाद उन्होंने चौथी बार मुख्यमंत्रियों के साथ वार्ता की है। इसने कहा कि प्रधानमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन के ‘‘सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं क्योंकि पिछले डेढ़ महीने में देश में हजारों जिंदगियां बचाई गई हैं।’’