पटना: बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने सोमवार को कहा कि प्रदेश के 38 में से किसी भी जिले को ग्रीन जोन में नहीं रखा गया है और लोगों से घरों में ही रहने की अपील की । इसके साथ ही पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि आवश्यक एवं सरकारी सेवाओं से जुड़ी गतिविधियों को देख कर यह अंदाजा नहीं लगायें कि लॉकडाउन में किसी प्रकार की छूट दी गयी है। पांडेय ने कहा, 'प्रदेश के सभी 38 जिले या तो रेड जोन में हैं या फिर ऑरेंज जोन में हैं । रेड जोन में सख्ती से प्रतिबंध जारी हैं जबकि ऑरेंज जोन में स्थानीय पशासन कुछ गतिविधि की अनुमति दे सकता है।' पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आने वाले कुछ दिन बहुत अधिक महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं क्योंकि बड़ी संख्या में लोग बाहर से अपने घरों को लौट रहे हैं और उनमें से बहुत से ऐसे भी हो सकते हैं जो अनजाने में कोरोना वायरस लेकर आ रहे हों ।
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'अगर हम अपने को बचाते हैं तो हम बिहार को बचायेंगे ।' वह संवाददाताओं द्वारा पूछे गये सवालों को जवाब दे रहे थे, जिसमें उनसे पूछा गया था कि केंद्र की ओर से ग्रीन ज़ोन में कुछ आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने और ऑरेंज ज़ोन में इससे कुछ कम गतिविधियों को दोबारा शुरू करने की अनुमति देने के मद्देनजर क्या रियायतें मिलने की उम्मीद की जा सकती है। राज्य के गृह विभाग ने सभी जिलों को ऑरेंज ज़ोन एवं रेड जोन में रख दिया था । हालांकि छह जिलों — मुजफ्फरपुर, खगड़िया, किशनगंज, सहरसा, सुपौल एवं जमूई — में कोविड—19 का कोई मामला सामने नहीं आया है । पिछले एक पखवाड़े में कुल संक्रमितों की संख्या करीब 100 से बढ कर प्रदेश में 500 को पार कर गयी है और समस्तीपुर जिले जैसे कई जिलों में पिछले हफ्ते पहला मामला सामने आया ।
पांडेय ने कहा, 'इसलिये कोई भी व्यक्ति कार्यालयों के बाहर खड़े वाहनों का देखकर भ्रमित नहीं हों क्योंकि कुछ कर्मचारियों के साथ काम करने की अनुमति मिली होगी। और अगर ऐसा करते पाये जाते हैं तो पहले की तरह वे दंडित होंगे ।' पुलिस प्रमुख ने कहा, 'मंदिरों, मस्जिदों, गिरजाघरों एवं मनोरंजन स्थलों पर जाने की अनुमति बिल्कुल नहीं है । एक साथ एकत्र होने की अनुमति नहीं है । जिलास्तर पर आवाजाही के लिये अब भी प्रशासन से जारी पास की आवश्यकता होगी और शाम सात बजे के बाद तथा सुबह छह बजे से पहले कोई भी व्यक्ति सड़क पर नहीं दिखना चाहिये । उन्होंने कहा, 'वरिष्ठ नागरिकों और जिनका स्वास्थ्य कमजोर हैं वह जबतक कोई आपात स्थिति नहीं हो, घरों से बाहर नहीं निकलें । पुलिस महानिदेशक ने कहा, 'हमरे लोग अपनी जिंदगी दांव पर लगा कर जनहित में लॉकडाउन को लागू करवा रहे हैं । हमने भी यह सुनिश्चित किया है कि किसी ऐसे पुलिसकर्मी को कोई खतरनाक कार्य नहीं दिया जाये जिनकी उम्र 50 साले से अधिक है अथवा जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है ।' आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश के पांच जिले — मुंगेर, पटना, बक्सर, रोहतास और गया — को रेड जोन में रखा गया है।