पटना: बिहार में RJD से गठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार दोबारा सीएम बने। लेकिन नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है। सीएम नीतीश कुमार आज मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। शाम तक मंत्रिमंडल विस्तार किए जाने के बाद 6:30 बजे तक शपथ ग्रहण भी किया जाएगा। इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने कई नेताओं के पास फोन भी किया है। इनमें सीएम ने अशोक चौधरी को फोन किया है। इसके साथ ही जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री मदन सहनी के पास भी सीएम ने फोन किया है। बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन अलग-अलग कारणों से मंत्रिमंडल विस्तार भी अटका हुआ था। अभी हाल ही में बीजेपी और जेडीयू नेताओं के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा मौजूद थे। इनके अलावा जेडीयू की तरफ से ललन सिंह, संजय झा, बिजेंद्र यादव और विजय चौधरी मौजूद थे।
पहले भी हो चुकी है बैठक
इस बैठक में सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा संभावित मंत्रियों की सूची लेकर आए थे, जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा हुई। ऐसा माना जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार में जेडीयू कोटे से पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे ज्यादातर लोगों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार बिहार में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं। फिलहाल राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 9 मंत्री हैं। इनमें सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री हैं। इनके अलावा बीजेपी के डॉ. प्रेम कुमार, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार (तीनों जेडीयू के), हम के संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी।
भाजपा के समर्थन से बनी सरकार
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। नीतीश कुमार ने पहले पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे राज्य में सरकार भंग हो गई। उन्होंने गठबंधन के भीतर मतभेदों और लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में असमर्थता को टूटने का प्रमुख कारण बताया। बाद में उन्होंने बीजेपी के समर्थन के साथ बिहार में सरकार बनाई।
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