बिहार में जातीय जनगणना के दूसरे चरण की शुरुआत शनिवार को हो गई है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी शुरुआत की। उन्होंने अपने पैतृक निवास बख्तियारपुर से इसकी शुरुआत करते हुए आम नागरिक की तरह जाति आधिरत जनगणना में भाग लिया और इस बाबत आंकड़े दर्ज करवाए। उन्होंने इस दौरान कहा कि जातीय जनगणना की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा। वहीं जातीय जनगणना का दूसरा चरण 15 मई 2023 तक चलेगा। जाति आधारित जनगणना से सभी जातियों के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति की भी हमें जानकारी मिलेगी। सभी जानकारियां उपलब्ध होने पर राज्य में विकास के लिए तेजी से काम करेंगे।
जाति जनगणना की रिपोर्ट होगी सार्वजनिक
सीएम ने कहा कि जाति आधारित जनगणना को पूरे होने पर इसकी रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा। एक एक चीज की जानकारी मिलने पर इस रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। जनगणना कराना केंद्र सरकार का काम है। हम जाति आधारित जनगणना करा रहे हैं। लोगों की गिनती कर उनके संबंध में जानकारी लेकर राज्य के विकास और लोगों की सुविधा के लिए काम होगा। उन्होंने कहा कि पहले हर 10 साल में जनगणना का काम होता ता लेकिन कई साल गुजर जाने के बाद भी अभी जनगणना नहीं शुरू हुई है। यह आश्चर्य की बात है।
दूसरे राज्य भी करेंगे ऐसा
सीएम नीतीश ने कहा कि अगर बिहार में अच्छे ढंग से जाति आधारित जनगणना होगी तो दूसरे राज्य के लोग भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे। एक बार जाति आधारित जनगणना पूरी हो जाएगी तो सब चीजों के बारे में जो कुछ भी करना होगा वो किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना का काम पूरा होने के बाद इसकी रिपोर्ट को विधानसभा और विधानपरिषद में पेश किया जाएगा। इसके बाद इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा।
(इनपुट-आईएएनएस)