पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों खूब चर्चा में हैं। पिछले दिनों विधानसभा में महिलाओं को लेकर दिए एक बयान ने अब तक उनका पीछा नहीं छोड़ा है। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से नोंकझोंक ने भी खूब सुर्खियां बटोरी। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करने ही बंद कर दिया। अब उन्होंने राज्य के पिछड़ेपन की वजह को लेकर एक बयान दिया है। नीतीश कुमार ने बताया है कि जिस राज्य से लोकतंत्र की शुरुआत हुई वह इतना पिछड़ा हुआ क्यों है?
एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, "केंद्र सरकार से हम आग्रह करते हैं कि हमें विशेष राज्य का दर्जा दीजिये। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी के उत्थान के लिए पांच वर्ष लग जाएंगे। अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दिया जाता है तो हम यही काम 2 साल में कर देंगे।" उन्होंने कहा कि हम पिछले कई वर्षों से विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन केंद्र इस मांग को पूरा नहीं कर रहा है। अब लगता है इसके लिए अभियान चलाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिहार दुनिया में बहुत आगे था, अब केंद्र बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे, जिससे यह फिर आगे बढ़ सके।
प्रशांत किशोर ने कसा तेजस्वी यादव पर तंज
वहीं इससे प्रशांत किशोर ने कहा कि कुछ दिन पहले देखा होगा कि 'महाज्ञानी' उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जीडीपी तो सबसे ज्यादा बिहार की है। उनको ये समझ ही नहीं है कि जीडीपी है क्या? पीके ने कहा कि तेजस्वी यादव की पहचान क्या है, वो नौंवी फेल आदमी हैं। बिना कागज देखे हुए तेजस्वी यदि जीडीपी की परिभाषा बता दें तो हम ये काम छोड़कर तेजस्वी यादव का झंडा ले लेंगे।
'तेजस्वी की यही पहचान है कि वो लालू के लड़के हैं'
प्रशांत किशोर ने चुनौती देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव अगर बिना कागज देखे जीडीपी का फुल फॉर्म लिख दें तो हम मान जाएंगे। जीडीपी के मामले में बिहार देश के सबसे पिछले पायदान 28 वें नंबर पर है पर उप मुख्यमंत्री कैमरे पर कह रहे हैं, देश में सबसे ज्यादा जीडीपी तो हम लोगों का है। तेजस्वी यादव की बस यही पहचान है कि वे लालू प्रसाद के पुत्र हैं।