पटना: पटना में सियासत का रोमांच जारी है। नीतीश कुमार के फैसले पर जारी सस्पेंस के बीच खबर ये है कि नीतीश जल्द सीएम पद से इस्तीफा देंगे। उन्होंने अपने करीबी विधायकों को सीएम हाउस बुलाया है। माना जा रहा है कि वे राजभवन जा सकते हैं और अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप सकते हैं। इस बीच आज सुबह से बैठकों का दौर भी जारी है।
रविवार को भी सचिवालय खुला रखने का निर्देश
सूत्रों का कहना है कि इस्तीफा देने से पहले नीतीश कुमार विधायक दल की एक पारंपरिक बैठक भी कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के समर्थन से एक नई सरकार बनने की संभावना के बीच सचिवालय जैसे सरकारी कार्यालयों को रविवार को खुला रखने के लिए कहा गया है। इस बीच, भाजपा की प्रदेश इकाई के नेताओं ने पार्टी की एक बैठक के दौरान जद(यू) के ‘महागठबंधन’ से बाहर निकलने की स्थिति में नीतीश कुमार का समर्थन करने की औपचारिक घोषणा नहीं की है। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि कुमार के इस्तीफा देने तक कोई भी औपचारिक घोषणा नहीं की जाए।
किसी की ओर से कुछ नहीं कहा गया -मीसा भारती
NDIA गठबंधन और बिहार की राजनीतिक स्थिति पर लालू प्रसाद की बेटी और आरजेडी सांसद मीसा भारती ने कहा, "अभी किसी की ओर से कुछ नहीं कहा गया है... कोई जानकारी नहीं है। खबरों में जो चल रहा है, वही पता चला है। जब भी हम सरकार में आते हैं, बिहार की जनता के लिए कार्य करते हैं।
नीतीश कुमार को विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का आर्किटेक्स माना जाता है। पार्टी नेताओं ने अब तक नीतीश कुमार को समर्थन देने के बारे में स्पष्ट बयान देने से परहेज किया है, जिनके राजग में लौटने से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की उम्मीद है। राजग के1990 के दशक से सहयोगी रहे, कुमार ने अगस्त 2022 में गठबंधन छोड़ दिया था और भाजपा द्वारा जदयू में विभाजन की कोशिश और 2020 के विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की सीटों की संख्या नीचे लाने की साजिश रचने का संदेह जताया था।