बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए। उन्होंने बताया कि उनकी बजाय उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी ने बैठक में राज्य का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि नीतीश कुमार नीति आयोग की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल क्यों नहीं हो पाए?
केसी त्यागी ने बताई वजह
नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार के न शामिल होने पर जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री व्यक्तिगत कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके हैं। इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है। हम तो बजट और नीति आयोग की बैठक से बहुत ज्यादा उत्साहित हैं।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग के बैठक की अध्यक्षता की है। इसमें विभिन्न विकास मुद्दों और नीतिगत मामलों पर और अधिक विकास करने की बात कही गई है। नीति आयोग की बैठक का कई विपक्षी मुख्यमंत्रियों ने भी बहिष्कार किया है।
बैठक में हिस्सा लेने के बाद नाराज हुई ममता बनर्जी
विपक्षी पार्टियों में से इस बैठक में केवल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही शामिल हुईं। बैठक के बाद ममता बनर्जी ने निराशा व्यक्त करते हुए दावा किया कि उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया गया। उन्होंने केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए इसे राजनीतिक रूप से पक्षपाती बताया। साथ ही सरकार की राजकोषीय नीतियों पर अपनी चिंताओं को उजागर किया है।
इन राज्यों के सीएम ने भी नहीं लिया बैठक में हिस्सा
नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने वालों में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और कर्नाटक के सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के सुखविंदर सिंह सुखू और तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी का नाम है।
क्या है नीति आयोग?
बता दें कि नीति आयोग केंद्र सरकार का प्रमुख सार्वजनिक थिंक टैंक है। इसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। इसके साथ ही सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और विभिन्न केंद्रीय मंत्री भी नीति आयोग की बैठक में शामिल होते हैं।