पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में झंडा फहराकर एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। वे सबसे ज्यादा ध्वजारोहण करने वाले बिहार के पहले सीएम बन गए हैं। उन्होंने 18 वीं बार झंडा फहराया है। नीतीश कुमार ने ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में बैगर नाम लिए लालू परिवार पर जमकर हमला बोला। वहीं उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि लालू-रबड़ी राज में बिहार का बजट कितना था.. अब कितना है? उन्होंने कहा कि 2005 की तुलना में अब बजट 10 गुना बढ़ गया है।
विशेष पैकेज और सहायता के लिए पीएम मोदी का जताया आभार
सीएम नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की तरफ से विशेष पैकेज और सहायता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। वहीं तेजस्वी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ भी बयान दे देता है। क्या किया है? लालू परिवार पर तीखा हमला बोलते हुए नीतीश कुमार ने पूछा.... कुछ किया है ये लोग ? अपने घर को बढ़ाया है, अपनी जगह पत्नी को बना दिया, बेटा-बेटी यही सब करते रहा। हम लोग कभी किए हैं? आप लोग बोलिए..ये लोग कितना धंधा करते रहता है। वही सब चलते रहता है। हम लोग जितना काम किए हैं, उन सब चीजों का ध्यान रखिए।
बिहार में सभी धर्म और जाति के लिए काम किया
नीतीश कुमार ने दावा किया कि उन्होंने सभी धर्म और जाति के लोगों के लिए काम किया है। बोले हिन्दू हो या मुस्लिम हो, दलित, महादलित, पिछड़ा हो या अति पिछड़ा हो या अगड़ी जाती का हो, सभी के लिए काम किया गया है। सीएम ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी संख्या में आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों का निर्माण कराया जा रहा है। वर्तमान में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए 91 आवासीय विद्यालय संचालित हैं। राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति की 50 हजार से अधिक आबादी वाले 40 प्रखंडों में नये आवासीय विद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है जिसमें से 20 आवासीय विद्यालय का निर्माण चल रहा है।
आवासीय विद्यालयों का निर्माण
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अगले वर्ष तक सभी आवासीय विद्यालयों का निर्माण करा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में अति पिछड़ा वर्ग के लिए जननायक कर्पूरी छात्रावास का निर्माण कराया गया है। सभी जिलों में पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग के लिए कन्या आवासीय विद्यालय बनाने का निर्णय लिया गया है। 11 जिलों में कन्या आवासीय विद्यालय संचालित है, 27 जिलों में नये कन्या आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य जारी है।उन्होंने दावा किया कि इन सभी वर्गों के युवक-युवतियों को सिविल सेवा प्रोत्साहन, ग्राम परिवहन योजना एवं उद्यमी योजना का लाभ दिया जा रहा है।
मदरसों को सरकारी मान्यता
बिहार के सीएम ने आगे कहा, मुस्लिम समुदाय के लिए भी वर्ष 2005 के बाद सरकार ने काफी काम किया है। इस वर्ग के युवाओं के लिए विद्यार्थी प्रोत्साहन, छात्रवृत्ति, मुफ्त कोचिंग आदि योजनाएं चलायी जा रही है। मदरसों को सरकारी मान्यता दी गयी है एवं मदरसा के शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन दिया जा रहा है। वर्ष 2006 से ही कब्रिस्तान की घेराबंदी शुरू की गई। पहले 8 हजार से ज्यादा कब्रिस्तानों की घेराबन्दी की गई थी, बाद में 1273 कब्रिस्तानों को और चिन्हित किया गया, जिसमें से 746 कब्रिस्तानों की घेराबन्दी पूर्ण कर ली गयी है और 151 कब्रिस्तानों की घेराबंदी अंतिम चरण में है तथा 376 प्रक्रियाधीन है। राज्य में प्रेम, भाईचारा एवं शांति का माहौल है। मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि राज्य सरकार सभी धर्मों हिन्दू, मुस्लिम, सिख,ईसाई, बौद्ध एवं जैन का ख्याल रखती है और उनकी आस्था से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का सौंदर्याकरण एवं यहां पर लोगों के लिए सुविधाओं का विकास किया गया है।
10 लाख की जगह 12 लाख सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीच में कुछ लोग मेरे साथ आ गया था। अब वही लोग इधर-उधर बोलते रहता है। नीतीश ने कहा कि 2 लाख पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस साल चुनाव से पहले युवाओं को 10 लाख की जगह 12 लाख सरकारी नौकरी दी जाएगी। नीतीश ने कहा कि हम 2022 में कह दिए थे कि 10 लाख नौकरी देंगे, अब उसे बढ़ाकर 12 लाख कर दिए हैं। लोगों को नौकरी तो देंगे ही, रोजगार के बारे में भी 10 लाख कहे थे, रोजगार की बात है तो पिछले 4 साल में विभिन्न क्षेत्रों में 24 लाख लोगों को रोजगार दे दिया गया है। इस साल और अगले साल 2025 चुनाव से पहले 10 लाख और रोजगार देने का लक्ष्य है। इस तरह 10 लाख की जगह 34 लाख रोजगार और 10 लाख नौकरी की जगह 12 लाख नौकरी होगा।
हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि पुरानी बात को भी लिख दीजिए
वहीं सीएम नीतीश ने पत्रकारों की तरफ देखते हुए कहा कि आप सब लोग पत्रकार मित्र हैं, हम हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि पुरानी बात को भी लिख दीजिए। हमसे अगर नाराज हैं तो क्या कहेंगे... लेकिन हम तो काम करते हैं। हम आप लोगों के प्रति नाराज नहीं हैं। हम सब दिन आपके प्रति इज्जत और सम्मान करते रहेंगे। हम कभी किसी के खिलाफ नहीं बोलते हैं। हम यही कहेंगे कि कि पहले क्या था और आज क्या किया गया है ? यह लोगों को बताइए।
(इनपुट-आईएएनएस)