पटना: बिहार की राजनीति में कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। यहां ऊंट किस करवट बैठेगा यह कोई नहीं जानता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कब किसके साथ हो जाएं और किसके विरोध में खड़े हो जाएं यह शायद उन्हें भी नहीं मालूम होता है। पिछले 10 साल में वह बीजेपी के साथ भी जा चुके हैं और महागठबंधन के साथ भी। इस बार जब उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ा तो समूचे विपक्ष को साथ लाने का प्रयास शुरू किया। कई दल साथ आये और इसका परिणाम इंडिया गठबंधन के रूप में सामने आया।
कहा जा रहा था कि इस गठबंधन का प्रधानमंत्री उम्मीदवार नीतीश कुमार को बनाया जाएगा, लेकिन खुद नीतीश कुमार ही कई बार कह चुके हैं कि वह उम्मीदवार नहीं हैं। वह केवल सभी विपक्षी दलों को इकट्ठा कर रहे हैं। हालांकि इन तमाम बयानों के बाद भी JDU के कई नेता कई बार कहते सुने जा सकते हैं कि नीतीश कुमार ही गठबंधन के पीएम उम्मीदवार हैं।
उपाध्यक्ष और जेडीयू नेता महेश्वर हजारी ने दिया था बयान
इस बार बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष और जेडीयू नेता महेश्वर हजारी ने कहा कि नीतीश कुमार सर्वगुणसंपन्न व्यक्ति हैं। इंडिया गठबंधन में तत्काल सभी नीतीश कुमार के नाम पर सहमत हैं। पीएम उम्मीदवार को लेकर जब भी घोषणा होगी तो वह नाम नीतीश कुमार का ही होगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पांच बार केंद्र सरकार में मंत्री, 17 साल से बिहार के मुख्यमंत्री हैं। प्रधानमंत्री बनने के लिए सारे गुण नीतीश कुमार के पास है।
जेडीयू नेता के इस बयान के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "हर पार्टी के लोग चाहते हैं कि उनके नेता मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनें, लेकिन नीतीश कुमार ने कई मौकों पर स्पष्ट किया है कि वह प्रधान मंत्री नहीं बनना चाहते हैं और केवल भारत को भाजपा मुक्त बनाने के लिए विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं। इस काम में उन्हें सफलता मिली है।"
वहीं इससे पहले पटना में आज राजनीतिक हलचल तेज हो गई हैं। सीएम नीतीश कुमार ने लालू यादव और रावड़ी देवी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की है। इसके साथ ही उन्होंने 25 सितंबर सोमवार को कैबिनेट की मीटिंग भी बुलाई है। इन नेताओं की मुलाकात के दौरान क्या बात हुई है, यह तो बाहर नहीं आया है लेकिन कहा जा रहा है कि कल कैबिनेट कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।