बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘नाराज’ चल रहे अपने करीबी सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा के दावे कि जेडीयू के ‘बड़े नेता’ भाजपा के लोगों के साथ संपर्क में हैं, के बारे में किए गए सवालों पर कहा कि ‘वह ध्यान देने योग्य नहीं हैं।’ जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय बोर्ड के प्रमुख कुशवाहा ने दिल्ली में पिछले सप्ताह भाजपा नेताओं के साथ अपनी बैठक को लेकर जारी विवादों से उत्पन्न हताशा के बीच रविवार को उक्त दावा किया।
कुशवाहा की टिप्पणियों को ‘ध्यान देने योग्य नहीं’ करार देते हुए नीतीश कुमार मुस्कुराते हुए अपनी गाड़ी में सवार हो गए। वह नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने आए थे। पत्रकारों ने जब कुशवाहा की टिप्पणियों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘आप उनसे ही पूछिए। उन्हीं का छापिए।’ अटकलें हैं कि कुशवाहा ने इन टिप्पणियों में नीतीश कुमार पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है, जिनके भाजपा नेताओं जैसे दिवंगत अरुण जेटली के साथ बहुत आत्मीय संबंध थे।
गौरतलब है कि जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को दावा किया था कि उनकी पार्टी के शीर्ष नेता भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं। उनका इशारा सीधेतौर पर नीतीश कुमार की ओर था। रविवार शाम पटना लौटने के बाद कुशवाहा ने कहा कि वह बीमार थे, उन्हें एम्स-दिल्ली में भर्ती कराया गया था, लेकिन अब ठीक हैं।
उन्होंने कहा, "मैं एम्स-दिल्ली में भर्ती था और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता मुझसे मिलने आए। यह सही बात है कि कुछ भाजपा नेता एम्स-दिल्ली आए और मुझसे मिले, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहा हूं। इसकी गलत व्याख्या की गई और पटना में अफवाहें फैलाई गईं।" कुशवाहा ने दावा किया, "अगर आप आधिकारिक तौर पर पूछेंगे तो जदयू के नेता भाजपा के खिलाफ बयान देंगे, लेकिन अगर आप व्यक्तिगत रूप से बात करेंगे तो वे भाजपा के प्रति सकारात्मक रुख अपनाएंगे।"