लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय बाकी नहीं रह गया है। विपक्षी दलों के गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर तनाव कायम है। ऐसे समय में बिहार में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। I.N.D.I अलायंस की अगुवाई करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात करने पहुंचे हैं। उनके साथ में बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी भी मौजूद हैं। इस कारण बिहार की सियासत को लेकर चर्चा एक बार फिर से शुरू हो गई है।
वीसी के नियुक्ति के लिए मुलाकात
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, कहा जा रहा है कि नीतीश के राज्यपाल से मुलाकात के कोई राजनीतिक वजह नहीं हैं। वह VC की नियुक्ति के सिलसिले में राज्यपाल से मिलने गए हैं। हालांकि, इसके बावजूद आशंका जताई जा रही है कि नीतीश जल्द ही कोई बड़ा राजनीतिक कदम उठा भी सकते हैं।
नीतीश के नाराज होने की खबरें
नीतीश कुमार ने ही लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम शुरू की थी। हालांकि, बीते दिनों दिल्ली में हुई I.N.D.I अलायंस की बैठक के बाद से ही नीतीश के नाराज होने की खबरें सामने आने लगीं। बीते लंबे समय से नीतीश को अलायंस का संयोजक बनाने की बात चल रही थी लेकिन इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम पीएम पद के दावेदार के रूप में प्रस्तावित किया गया था।
अमित शाह ने दिया था हिंट
हाल ही में एक इंटरव्यू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नीतीश से जुड़ा सवाल किया गया था। उनसे पूछे गया- "पुराने साथी जो छोड़कर गए थे नीतीश कुमार आदि, ये आना चाहेंगे तो क्या रास्ते खुले हैं?" इसके जवाब में अमित शाह ने कहा था- "जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती। किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा।" बता दें कि इससे पहले भाजपा नेताओं द्वारा नीतीश से किसी भी तरह के गठबंधन को लेकर सीधे इनकार किया जाता था। हालांकि, नीतीश को लेकर अमित शाह के इस बयान ने नई सियासी चर्चा शुरू कर दी थी।
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