नयी दिल्ली। बिहार और असम के लोगों को बाढ़ से बनी स्थिति से अभी तक कोई राहत नहीं मिली। दोनों राज्यों में 44 और लोगों की मौत हो गई। वहीं उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जिले के बिलासपुर गांव में भारी बारिश की वजह से एक घर की छत गिरने से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 27 तक पहुंच गई।
प्राधिकरण के अनुसार मोरीगांव में चार, सोनितपुर और उदालगिरी में दो-दो जबकि कामरूप (महानगर) और नौगांव जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है।
प्राधिकरण ने बताया कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में एक गैंडे की मौत हो गई जबकि ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां गुवाहाटी समेत कई इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
बिहार में 67 की मौत
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग से बुधवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों - शिवहर, सीतामढी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार - में अब तक 67 लोगों की मौत हुई है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है।
संक्रमित बीमारी का खतरा
एक अधिकारी ने बताया कि नेपाल में पिछले दो दिन में बारिश की कमी होने से अब यहां संक्रमित बीमारियों को फैलने से रोकने पर ध्यान केंद्रित होगा।
वहीं मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने वेस्ट गारो हिल्स जिला और खासी हिल्स क्षेत्र के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र सरकार से सहायता मांगी है।
बाढ़ की वजह से राज्य में 1.3 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मिजोरम में 5,000 से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं और पिछले सात दिन में हुई भारी बारिश की वजह से बनी बाढ़ की स्थिति के बाद 4,000 लोगों को खाली कराया जा रहा है।