पटना: राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार पर नीट प्रश्नपत्र लीक घोटाले के लिए उन्हें दोषी ठहराने का प्रयास करने की आलोचना की। यादव ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को चुनौती दी कि अगर सबूत हैं तो उन्हें ‘गिरफ्तार’ करना चाहिए। यादव ने ये टिप्पणियां राजद के गठन के 28 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कीं। उन्होंने सरकार पर भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘यह सरकार डबल इंजन होने का दावा करती है। एक इंजन भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है, दूसरा अपराध को बढ़ावा देता है।’’
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘राज्य में हर मुद्दे का दोष तेजस्वी के सिर मढ़ा जा रहा है, चाहे वह पेपर लीक हो, पुल ढहने का मामला हो या हत्या का। अगर सरकार के पास मेरे खिलाफ कोई सबूत है, तो उन्हें आरोप लगाने के बजाय मुझे गिरफ्तार करना चाहिए।’’ राजग में शामिल जनता दल (यूनाइटेड) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि प्रश्न पत्र लीक मामले के एक प्रमुख संदिग्ध के यादव के निजी सहयोगी के साथ घनिष्ठ संबंध थे। विपक्षी दल राजद ने राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ अन्य प्रमुख संदिग्धों की तस्वीरें जारी करके जवाबी हमला किया है। प्रश्न पत्र लीक का खुलासा पिछले महीने पटना पुलिस द्वारा कई लोगों को गिरफ्तार करने के बाद हुआ था। मामले को अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया है।
आरक्षण के खिलाफ है बीजेपी-तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वहआरक्षण के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यह महागठबंधन सरकार ही थी जिसने आरक्षण कोटा बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया। आरजेडी नेता ने कहा, "अगर किसी ने आरक्षण कोटा बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया है, तो वह महागठबंधन सरकार है। बीजेपी आरक्षण के खिलाफ है। बिहार में एनडीए-बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद, इसने राज्य में आरक्षण वृद्धि को रोक दिया। यही कारण है कि हम कह रहे हैं कि बीजेपी न केवल बिहार के खिलाफ है, बल्कि आरक्षण के भी खिलाफ है।"
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय जनता दल एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने बीजेपी के सामने न तो समझौता किया है और न ही घुटने टेके हैं। उन्होंने कहा, "जनता दल (यू) के लोगों ने सत्ता के लालच में अपनी विचारधारा से समझौता कर लिया और भाजपा से गठबंधन कर लिया। राष्ट्रीय जनता दल एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने न तो समझौता किया और न ही भाजपा के सामने घुटने टेके। सत्ता में होना सबसे बड़ी बात नहीं है। हमारी लड़ाई उन लोगों के लिए है जो कमजोर और वंचित हैं।"