Monday, July 01, 2024
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NEET पेपर लीक मामले में प्रिंसिपल समेत 3 गिरफ्तार, बिहार के इन दो मास्टरमाइंड ने रचा पूरा खेल

NEET-UG पेपर लीक मामले में छात्रों का प्रदर्शन अभी भी जारी है। छात्रों के प्रदर्शन के बीच सीबीआई ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। इस पेपर लीक मामले में कई चौकाने वाले खुलासे भी हो रहे हैं।

Reported By : Nitish Chandra Edited By : Dhyanendra Chauhan Updated on: June 30, 2024 12:31 IST
नीट पेपर लीक मामले में छात्रों का प्रदर्शन- India TV Hindi
Image Source : PTI नीट पेपर लीक मामले में छात्रों का प्रदर्शन

मेडिकल स्टूडेंट के NEET-UG पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) देशभर में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। पटना से लेकर राजस्थान और उत्तर प्रदेश से आरोपियों की धरपकड़ की जा रही है। बिहार के हजारीबाग से ओएसिस (OASIS) स्कूल के प्रिंसिपल और वाईस प्रिंसिपल समेत 3 लोगों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया गया है। पटना में सीबीआई ने जिस आशुतोष और मनीष प्रकाश को गिरफ्तार किया था। शनिवार को उन सभी का मेडिकल टेस्ट कराया गया।

बिहार में पेपर लीक के ये दो मास्टरमाइंड

शनिवार को सीबीआई ने NEET-UG पेपर लीक मामले में पटना की बेउर जेल में बंद कई आरोपियों से पूछताछ भी की। पूछताछ के दौरान अधिकांश आरोपियों ने संजीव मुखिया और सिकंदर यादवेंदु का नाम लिया है। सूत्रों ने बताया कि नीट-यूजी पेपर लीक मामले में यही दोनों मास्टरमाइंड हैं। 

संजीव मुखिया ने अपने हॉस्टल में कैंडिडेट्स को बांटे पेपर

संजीव मुखिया ने नीट-यूजी परीक्षा से एक दिन पहले 4 मई को पटना में लर्न प्ले स्कूल से जुड़े लड़कों के हॉस्टल में लगभग 25 कैंडिडेट्स को अपने यहां रुकवाया था। इन सभी 25 कैंडिडेट्स को हॉस्टल में लीक हुए पेपर और आंसर शीट पर दी गई थी।

दूसरा मास्टरमाइंड दानापुर नगरपालिका में है जूनियर इंजीनियर

बता दें कि संजीव मुखिया का बेटा शिव बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में शामिल होने के कारण पहले से ही जेल में बंद हैं। दूसरी ओर, दानापुर नगरपालिका समिति में एक जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेन्दु भी इस मामले का मास्टरमाइंड है। इस NEET पेपर को वितरित करने का आरोप लगा है।

अब तक 18 गिरफ्तार

सीबीआई जांच से पहले बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) इस मामले की जांच कर रही थी। नीट-यूजी पेपर लीक मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। केंद्रीय एजेंसी ने गुरुवार को इस मामले में पहली गिरफ्तारी की है।

24 लाख छात्रों ने दी थी ये परीक्षा

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट-यूजी 2024 की परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की थी। इस परीक्षा में 24 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे। परिणाम 4 जून को घोषित किए गए थे। नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद ही छात्रों ने अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। 67 छात्रों ने टॉप रैंक हासिल की थी। इसके अलावा बिहार में भी नीट -यूजी के पेपर लीक होने के भी आरोप लगे। तब से इस मामले में जांच बैठा दी गई और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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