पटना: बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाराज चल रहे विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और मंत्री मुकेश सहनी सोमवार की शाम हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी से मिलने उनके आवास पहुंचे। हम के एक नेता ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बंद कमरे में मुलाकात हुई। इस मुलाकात को हालांकि हम पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान व्यक्तिगत बता रहे हैं।
पार्टी के प्रवक्ता डॉ. दानिश रिजवान ने कहा, "उत्तर प्रदेश में वीआईपी के नेताओं के साथ बदसलूकी और पूर्व सांसद फूलन देवी की प्रतिमा को जब्त करने की कार्रवाई की गई थी, जिसकी जीतन राम मांझी ने निंदा की थी। इसी को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है।"उन्होंने कहा कि दोनों नेता मिलते रहते हैं, आज भी मुलाकात हुई है। इसका दूसरा अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।
इससे पहले मुकेश सहनी बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र को लेकर राजग के विधायकों की सोमवार को हुई बैठक का वीआईपी ने बहिष्कार कर दिया। वीआईपी के कोई भी विधायक इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इधर, वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि राजग की बैठक में जाने का कोई मतलब नहीं, क्योंकि वहां विधायकों की बात नहीं सुनी जाती।
बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के सोमवार को आगाज होने के बाद राजग के सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में राजग के करीब सभी विधायक शामिल हुए, लेकिन वीआईपी के किसी विधायक ने हिस्सा नहीं लिया।
इस बीच, बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर पत्रकारों ने जब बिहार के मंत्री मुकेश सहनी से सवाल किया तो उन्होंने कहा, "हमारे विधायकों की बात राजग की बैठक में नहीं सुनी जाती है। ऐसे में राजग की बैठक में जाने का क्या मतलब है।"
सहनी से जब पत्रकारों ने नाराजगी को लेकर इस्तीफा देने के संबंध में पूछा, तो उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की सरकार मजबूती से चल रही है। हमारी सरकार है, इस्तीफा किसे देना है।"