जहरीली शराब से होने वाली मौतों के मामले में चर्चा में आए बिहार में एक और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। सूबे के बेगूसराय में उद्घाटन से पहले 13 करोड़ की लागत से गंडक नदी पर बना पुल ढह गया। पुल का अगला हिस्सा ढहने के बाद नदी में जा गिरा। यह पुल मुख्यमंत्री नाबार्ड योजना के तहत 206 मीटर लंबा बनाया गया था, लेकिन पहुंच पथ नहीं होने के कारण इस पुल का उद्घाटन नहीं हो सका था।
पुल ढहने की घटना के बाद नेताओं ने घटिया निर्माण का आरोप लगाया। साथ ही पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार की बात कही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साहेबपुर कमाल के रालोजपा नेता संजय यादव ने कहा कि यह पुल भ्रष्टाचार की वजह से टूटकर गिरा है। जब पुल में दरार आने की शिकायत की गई थी, तो अधिकारियों ने ध्यान ही नहीं दिया। यही कारण रहा कि उद्घाटन के पहले ही पुल ढह गया। पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही पुल के अगले हिस्से में दरार देखी गई थी। फिर 15 दिसंबर को पुल में आई दरार को लेकर अधिकारियों को लेटर लिखा गया था और रविवार सुबह पुल का अगला हिस्सा टूट कर गिर गया। पुल का पाया नंबर दो और तीन के बीच का हिस्सा टूटा है।
करोड़ों की लागत का था पुल पुल की लागत थी 13 करोड़
साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के आहोक गंडक घाट किनारे से आकृति टोला चौकी और बिशनपुर के बीच 206 मीटर के पुल का निर्माण हुआ था। निर्माण कार्य साल 2016 में शुरू हुआ था और साल 2017 में पूरा हो गया था। इसकी निर्माण लागत 13 करोड़ रुपए थी। मगर, पहुंच पथ (रास्ता) के अभाव में पुल पर आवागमन शुरू नहीं हो सका था, लेकिन उद्घाटन होने से पहले ही इसमें दरार आने लगी थी और पुल के बीच हिस्सा पूरी तरह से टूट कर गंडक नदी में जा गिरा।