नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र कल रात निधन हो गया। भारत के आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह के निधन के बाद शोक संदेश का तांता लग गया। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया। लालू प्रसाद ने कहा कि मनमोहन सिंह ने आधुनिक और स्वावलंबी भारत की नींव रखी
उनके साथ काम करना मेरा सौभाग्य
सोशल मीडिया एक्स पर लालू प्रसाद ने लिखा, ' पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का दुखद समाचार सुना। सरदार मनमोहन सिंह जी ईमानदारी, सादगी, सज्जनता, सरलता, विनम्रता, बुद्धिमत्ता व दूरदर्शिता की प्रतिमूर्ति थे। आर्थिक उदारीकरण के शिल्पकार सरदार मनमोहन सिंह ने आधुनिक व स्वावलंबी भारत की नींव रखी। उनका जाना एक व्यक्तिगत क्षति है। उनका प्रचुर स्नेह मुझे मिलता रहा। ऐसे विनम्र विशाल व्यक्ति के साथ काम करना मेरा सौभाग्य था।
1 लाख 44 हज़ार करोड़ की धनराशि एवं परियोजनाएं दी
2004 से 2014 के बीच उन्होंने बिहार और भारत को बेहतरीन एवं फलदायक वर्ष अथवा यूं कहे कि स्वर्णिम दशक दिया। यूपीए गठबंधन में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी राजद के नेता तथा कैबिनेट सहयोगी रेलमंत्री के रूप में हमारी सकारात्मक पहल एवं आग्रह पर उन्होंने 2004 से 2009 के बीच बिहार को विकास कार्यों के लिए 1 लाख 44 हज़ार करोड़ की धनराशि एवं परियोजनाएं दी। कोसी विभीषिका के समय हमारे निवेदन पर तुरंत बिहार चले आए तथा हजारों करोड़ की आर्थिक सहायता, राहत सामग्री एवं राशि प्रदान की।
उनके स्वर्गवास उपरांत 2004 से 2014 के स्वर्णिम दशक में उनकी छाप व उनकी सफलता एक रिकॉर्ड के रूप में स्वतः ही इतिहास में ओर अधिक जोर-शोर से प्रचारित होगी। उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। इस कठिन समय में उनके परिवार, प्रियजनों व प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक शोक संवेदना। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
कल रात हुआ निधन
बता दें कि कल गंभीर हालत में रात करीब साढ़े आठ बजे एम्स के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। एम्स ने एक बुलेटिन में कहा कि 26 दिसंबर को ‘‘उनका आयु संबंधी चिकित्सा उपचार जारी था और वह घर पर अचानक बेहोश हो गए।’’ बुलेटिन में कहा गया, ‘‘उन्हें घर पर तत्काल होश में लाने के प्रयास किए गए। उन्हें रात आठ बजकर छह मिनट पर दिल्ली एम्स लाया गया। तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें होश में नहीं लाया जा सका और रात 9.51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।’’ सिंह ने भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में वर्ष 2004 से 2014 तक 10 वर्षों तक देश का नेतृत्व किया। पिछले कुछ माह से उनका स्वास्थ्य खराब था। उनके परिवार में पत्नी गुरचरण सिंह और तीन बेटियां हैं।