पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को साफ लहजे में दावा करते हुए कहा कि महात्मा गांधी कभी शराबबंदी के पक्ष में नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार को शराबबंदी से काफी नुकसान हो रहा है, इस कारण बिहार से तत्काल शराबबंदी हटाना चाहिए। अपनी जन सुराज पदयात्रा के क्रम में सिवान के गोरेयाकोठी पहुंचे किशोर ने कहा कि मैं हर दिन खुले मंच से कहता हूं कि शराबबंदी हटाया जाना चाहिए। मैं पहले दिन से कह रहा हूं शराबबंदी बिहार के लिए कभी फायदेमंद नहीं है, इसका सिर्फ नुकसान है।
"दुनिया भर में कोई ऐसा उदाहरण नहीं है..."
प्रशांत किशोर ने दावे के साथ कहा कि दुनिया भर में कोई ऐसा उदाहरण नहीं है, जहां किसी राज्य ने, किसी देश ने शराबबंदी के जरिए अपनी सामाजिक राजनीति का उत्थान किया हो। पीके ने बिना किसी के नाम लिए अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भी बोलते हैं कि गांधी जी ने शराबबंदी की बात कही है, मैं इस बात को सिरे से खारिज करता हूं।
"गांधी जी ने यह कहां कहा है?"
प्रशांत किशोर ने चुनौती देते हुए कहा कि जो भी यह दावा करते हैं वह मुझे लाकर दिखा दे कि गांधी जी ने यह कहां कहा है कि सरकार को शराबबंदी लागू करना चाहिए। उन्होंने यह जरूर कहा है कि शराब पीना बुरी बात है, इसको रोकने के लिए समाज को प्रयास करना चाहिए। उन्होंने ये कभी नहीं कहा कि कानून बनाकर शराबबंदी लागू करना चाहिए। गौरतलब है कि जन सुराज पदयात्रा के 132वें दिन की शुरूआत किशोर सिवान के सादीपुर पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई।
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