पटना: लालू और राबड़ी पर ज्यादा बच्चे पैदा करने और परिवार को राजनीति में लाने को लेकर नीतीश कुमार के बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वे मेरे आदरणीय और अभिभावक हैं। हम कुछ नहीं कह सकते हैं। पहले भी वह ऐसी बातें कह चुके हैं। उनकी हर बात हमारे लिए आशीर्वचन एवं आशीर्वाद है।
आप अभिभावक हैं, सम्मान करते हैं: तेजस्वी
तेजस्वी ने पूरे सधे हुए लहजे में अपनी बात रखी और नीतीश कुमार के प्रति व्यक्तिगत सम्मान की बात भी कही। उन्होंने कहा-हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री जी को यही कहना चाहते हैं.. आप अभिभावक हैं, बुजुर्ग हैं..हम आपका सम्मान करते हैं करते थे और करते रहेंगे...आपका अधिकार है कुछ भी आप हमको कह सकते हैं। हम तो आशीर्वाद ही मानेंगे लेकिन चुनाव में मुद्दे की बात होनी चाहिए।
ऐसी बातों से किसको फायदा है: तेजस्वी
तेजस्वी ने आगे कहा-ऐसी बातों से किसको फायदा है? लोकसभा के चुनाव में वे अपने भाषण में क्या बोल रहे हैं? कौन उनको लिखकर दे रहा है और क्या बोल रहे हैं? इस तरह की बातें समझ नहीं आ रही हैं। ऐसी बातें बोल रहे हैं कि लग ही नहीं रहा है कि लोकसभा का चुनाव है। बेरोजगारी, बिहार को स्पेशल पैकेज, शिक्षा स्वास्थ्य पर बात कीजिए.. पलायन कैसे रोकेंगे, ये बताइए।
व्यक्तिगत चीजें ड्राइंग रूम तक सीमित होनी चाहिए: तेजस्वी
उन्होंने कहा कि वैसे उन्होंने जो कुछ भी कहा वो बातें कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। हमारे ऊपर व्यक्तिगत बात करने से या हमारे द्वारा विपक्ष पर व्यक्तिगत आरोप लगाने से जनता का क्या भला होगा? हम राजनीति और लोकतंत्र में लोक की बातें करते है ना कि स्वयं की। तेजस्वी ने कहा कि व्यक्तिगत चीज़ें केवल घर के ड्राइंग रूम तक ही होनी चाहिए। ये मुद्दों से क्यों भाग रहे है? तेजस्वी ने कहा कि वर्ष 2020 में भी उन्होंने हमारे परिवार को लेकर भद्दी बातें बोली थी.. हम तो यही कहेंगे कि वे स्वस्थ रहें, सुखी रहें।