Lok Sabha Elections 2024: पाटलिपुत्र लोकसभा की सीट 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। इससे पहले पटना के लिए केवल एक लोकसभा सीट थी। परिसीमन के बाद पटना को सीटों में बांटा गया। एक पाटलिपुत्र और दूसरा पटना साहिब। परिसीमन के बाद पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को सफलता मिली। 2024 के लोकसभा चुनाव में इस हॉट सीट से भाजपा की तरफ से राम कृपाल यादव और राजद की तरफ से मीसा भारती को टिकट दिया गया है।
जातीय गणित
पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर कुल करीब 16.5 लाख वोटर हैं। इनमें सबसे ज्यादा यादव हैं जिनकी संख्या करीब 4 लाख है। भूमिहार मतदाताओं की संख्या 3 लाख, एक लाख ब्राह्मण, 1.7 लाख कुर्मी, 1.7 लाख, 1.5 लाख मुस्लिम और बाकी दलित मतदाता हैं।
विधानसभा सीटें
पाटलिपुत्र में विधानसभा की कुल 6 सीटें हैं, जो इस प्रकार हैं-दानापुर, फुलवारी, मनेर, बिक्रम, पालीगंज और मसौढ़ी। इनमें मसौढ़ी और फुलवारी रिजर्व सीटें हैं।
2019 का जनादेश
2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर रामकृपाल यादव ने जीत हासिल की थी। उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती को हराया था। राम कृपाल यादव को कुल 5,09,557 वोट मिले थे जबकि आरजेडी उम्मीदवार मीसा भारती को कुल 4,70,236 वोटों से संतोष करना पड़ा। वहीं बीएसपी के मोहम्मदा कलुमुल्लाह तीसरे स्थान पर रहे थे। उन्हें कुल 14 हजार 45 वोट मिले थे।
2014 का जनादेश
2014 के मोदी लहर में पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर बीजेपी का परचम लहराया था। 2014 लोकसभा चुनाव में पहली बार लालू प्रसाद ने इस सीट पर मीसा भारती को टिकट दिया। आरजेडी से टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर राम कृपाल यादव ने बीजेपी का दामन थाम लिया। बीजेपी ने रामकृपाल यादव को इस सीट पर टिकट दे दिया और रामकृपाल यादव इस सीट पर चुनाव जीतने में सफल रहे।
2014 के लोकसभा चुनाव में राम कृपाल यादव को कुल 3,83, 262 वोट मिले थे जो कुल वोटों का 39.16 प्रतिशत था। वहीं आरजेडी प्रत्याशी मीसा भारती को 3,42,940 वोट मिले थे। वहीं जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रंजन प्रसाद यादव को कुल 97,228 वोट मिले थे। सीपीआई (एमएल) प्रत्याशी रामेश्वर प्रसाद को 51,623 वोट मिले थे।