पटना: बिहार की पूर्णिया सीट से पप्पू यादव की उम्मीदवारी को लेकर नई खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पप्पू यादव इस लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और इसके लिए 4 अप्रैल को नामांकन दाखिल करेंगे। वहीं, जब इस बारे में कांग्रेस से पूछा गया तो पार्टी ने कहा कि चूंकि पप्पू यादव ने अभी तक पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण नहीं की है, इसलिए यदि वह पूर्णिया की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते भी हैं तो उन पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जा सकती। बता दें कि पूर्णिया में 26 अप्रैल 2024 को चुनाव हैं और 4 जून को मतगणना होगी।
पप्पू यादव ने बढ़ा दीं महागठबंधन की मुश्किलें
बता दें कि पप्पू यादव के रुख के चलते बिहार में इस चुनाव में अब तक सबसे हॉट सीट पूर्णिया बनी हुई है। महागठबंधन में सीट बंटवारे के बाद यह सीट RJD के कोटे में भले ही चली गई हो, लेकिन पप्पू यादव ने पूर्णिया से चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा कर महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। RJD ने पूर्णिया लोकसभा सीट पर JDU से आयी बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया है। इस पूरे मामले पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष पहले ही कह चुके हैं कि ये सीट RJD के कोटे में चली गई है, हम कुछ नहीं कर सकते, ऐसे में पप्पू के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ने का विकल्प ही बचा था।
पूर्णिया से 3 बार निर्दलीय सांसद रह चुके हैं पप्पू
पप्पू यादव अगर पूर्णिया से ताल ठोकते हैं तो इस सीट पर महागठबंधन की परेशानी बढ़ सकती है। पिछले एक साल में उन्होंने इस लोकसभा सीट पर काफी मेहनत की है और अपने 'प्रणाम पूर्णिया' अभियान के तहत उन्होंने गांव-गांव में अपनी पैठ बनाने की कोशिश की है। पूर्णिया को अपनी प्रतिष्ठा की सीट मान चुके पप्पू इसे किसी भी कीमत पर छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। पप्पू यादव 1990 में पहली बार मधेपुरा के सिंहेश्वर से निर्दलीय विधायक बने थे। वह इस सीट से 3 बार निर्दलीय सांसद और एक बार निर्दलीय विधायक रह चुके हैं।