लोकसभा चुनाव 2024 के तहत 20 मई को देश के विभिन्न राज्यों में पांचवें चरण के लिए मतदान हुआ। हालांकि, बिहार के दरभंगा में इस दौरान एक मतदान केंद्र पर फर्जी वोट डालने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन असली उपद्रव तब दिखने को मिला जब सैकड़ों लोगों की भीड़ ने पत्थर आदि से पुलिस स्टेशन पर ही हमला कर दिया और आरोपियों को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा कर ले गए। आइए जानते हैं क्या है ये पूरा मामला।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बिहार के दरभंगा जिले के जाले थाना क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या 85 (देवरा बंधौली) पर फर्जी वोट डालने के मामले में पुलिस ने दो लोगों तारिक अनवर और नूर नबी को गिरफ्तार किया था। हालांकि, उन्हें गिरफ्तार करने के थोड़ी ही देर बाद 100 से अधिक लोगों की भीड़ ने हिरासत में लिए गए संदिग्धों को जबरन छुड़ा लिया और सुरक्षाकर्मियों पर भी हमला किया था।
थाना प्रभारी निलंबित
दरभंगा पुलिस ने जिले के जाले पुलिस स्टेशन पर उपद्रवियों द्वारा हमला करने और हिरासत में लिए गए आरोपियों को छुड़ाने के तीन दिन बाद थाना प्रभारी पर कार्रवाई की है। थाना प्रभारी को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी क्योंकि वह घटना की जांच करने और अपने वरिष्ठों को समय पर सूचित करने में विफल रहे।
SIT का गठन
एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि आरोपियों को दोबारा से पकड़ने के लिए विशेष जांच दल यानी SIT का गठन किया गया है। दरभंगा जिला का जाले इलाका मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां 20 मई को मतदान हुआ था। आपको बता दें कि सभी सीटों पर चुनाव के परिणाम 4 जून को आएंगे।
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