पूर्णिया: देश भर में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सात चरणों में होने वाले चुनाव के बीच पूर्णिया में दूसरे चरण के तहत मतदान होना है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। वहीं नामांकन से ही विपक्ष के बीच मतभेद की स्थिति देखी जा रही है। पूर्णिया से चुनाव लड़ने का दावा ठोकने वाले पप्पू यादव ने जहां पहले ही अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय का ऐलान कर दिया तो वहीं अब कांग्रेस खुद पप्पू यादव के खिलाफ होती नजर आ रही है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी I.N.D.I.A. गठबंधन का हिस्सा है, जहां से RJD की प्रत्याशी बीमा भारती को टिकट दे दिया गया है। वहीं अब इस पूरी घटना के बाद पप्पू यादव निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
कांटे की टक्कर देंगी बीमा भारती
बीमा भारती पूर्णिया लोकसभा सीट पर आरजेडी के टिकट से चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि इससे पहले वह खुद जेडीयू में रह चुकी हैं। बीमा पांच बार की विधायक हैं, तो वहीं पूर्णिया क्षेत्र के पुराने नेताओं में उनका नाम गिना जाता है। बीमा भारती का पूर्णिया सीट पर अच्छा प्रभाव है। आरजेडी से टिकट पाने के बाद वह लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि उनके सामने पप्पू यादव और संतोष कुमार कुशवाहा बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। एक तरफ जहां इस सीट पर पप्पू यादव I.N.D.I.A. गठबंधन से चुनाव लड़ना चाहते थे तो वहीं गठबंधन ने उनका नाम काटकर बीमा भारती को टिकट दे दिया। ऐसे में पप्पू यादव गठबंधन के समर्थन में होते हुए भी बीमा भारती के खिलाफ प्रचार करते दिखेंगे।
I.N.D.I.A. के लिए चुनौती बनेंगे पप्पू यादव?
पूर्णिया लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा चर्चा में अगर कोई नाम रहा है तो वो पप्पू यादव ही है। वजह ये है कि पप्पू यादव की उम्मीदवारी इस बार काफी चर्चा में रही। एक तरफ तो पप्पू यादव को ये भरोसा दिलाया गया कि पूर्णिया सीट से उन्हें ही टिकट मिलेगा, लेकिन बाद में उनका टिकट काट दिया गया। इस बीच दिलचस्प बात तो ये रही कि पप्पू यादव ने कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय भी कर दिया, लेकिन अब कांग्रेस ने भी बीमा भारती का ही समर्थन कर दिया है। इस चुनाव में निर्दल चुनाव लड़ रहे पप्पू यादव ने नामांकन दाखिल कर दिया है। चुनाव आयोग की तरफ से उन्हें कैंची चुनाव चिह्न भी मिल चुका है। ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि पप्पू यादव का चुनाव प्रचार महागठबंधन पर कितना असर डालता है।
संतोष कुमार कुशवाहा की प्रबल दावेदारी
एनडीए गठबंधन के तहत जेडीयू के टिकट से संतोष कुमार कुशवाहा को पूर्णिया लोकसभा सीट पर प्रत्याशी बनाया गया है। संतोष कुमार कुशवाहा की पूर्णिया सीट पर अच्छी पकड़ है। पूर्णिया की जनता ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें चुनकर संसद भेजा था। ऐसे में इस बार भी संतोष कुमार कुशवाहा अपने काम को लेकर जनता के बीच जाएंगे। वहीं महागठबंधन के बीच चल रही खींचतान का भी फायदा संतोष कुमार कुशवाहा को मिल सकता है। इसके अलावा एनडीए के साथ गठबंधन होने की वजह से भाजपा के नेता भी संतोष कुमार कुशवाहा के समर्थन में प्रचार करेंगे। कुल मिलाकर संतोष कुमार कुशवाहा की नजर एक बार फिर लोकसभा चुनाव जीतकर संसद जाने पर है।
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