हाजीपुर: सियासत में ये बातें अब आम हो गई हैं कि जो नेता कभी एक दूसरे के घोर विरोधी नजर आते हैं वो चुनावी गणित के मुताबिक फिर एक दूसरे के करीब भी आ जाते हैं। दूरियां और नजदीकियां सियासी जरूरतों के आधार पर तय होने लगी हैं। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चिराग पासवान के समर्थन में वोट मांगने के लिए चुनावी मैदान में उतरे। उन्होंने चुनावी जनसभा में चिराग पासवान की जमकर तारीफ की और उन्हें रिकॉर्ड वोटों से जिताने की अपील की। हालांकि लगातार चिराग पासवान नीतीश कुमार के नीतियों पर हमला बोला करते थे जब नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन में नहीं थे , लेकिन अब चिराग पासवान का भी सुर भी बदल गया है और नीतीश कुमार के नुकसान पहुंचाने वाले चिराग पासवान के लिए भी नीतीश कुमार अब जमकर तारीफ कर रहे हैं।
चिराग के पास एक-एक चीज का सेंस है-नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा कि चिराग नौजवान है, बहुत आगे जाएगा, विकास करेगा,आप लोग रिकॉर्ड वोटो से जिताइए । उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि पूरा-पूरा हाथ उठाकर बताइए जिताएगा ना ? नीतीश कुमार ने कहा कि चिराग के पास एक-एक चीज का सेंस है। पूरा काम करेगा बहुत आगे जाएगा देश आगे बढ़ेगा और बिहार आगे बढ़ेगा। नीतीश ने जनता से कहा कि आप लोग हमेशा यहां से रामविलास पासवान जी जिताते ही रहते थे। इस बार चिराग की इच्छा थी कि वह यहां से चुनाव लड़े, बहुत अच्छा है , रामविलास पासवान से हमारा पुराना रिश्ता रहा है। नीतीश ने दावा किया कि एनडीए बिहार में 40 सीटें जीतेगा। उन्होंने कहा कि 400 से अधिक सीट पूरा देश में जीत रहे हैं तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे।
चिराग ने पैर छूकर लिया आशीर्वाद-नीतीश
चिराग पासवान ने भी नीतीश कुमार को स्वागत करते हुए कहा कि आज हमारे लिए पिता बनाकर आशीर्वाद देने पहुंचे हैं जिसके लिए आभार प्रकट करता हूं। चिराग पसवान ने भरे मंच से लोगों से वोट डालने का अपील की और कि 20 मई को हेलीकॉप्टर छाप का बटन दबाना है। वही हेलीकॉप्टर छाप है जिस पर नीतीश कुमार आज हमको आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे हैं। चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के पैर छू कर आशीर्वाद लिया।
2005 से पहले कोई घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं करता था-नीतीश
नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद का नाम लिए बगैर जमकर निशाना साधा और कहा है कि 2005 से पहले शाम में कोई आदमी घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं करता था। उसे समय बिहार की हालत बहुत खराब थी, कई तरह का विवाद होता था, हिंदू मुस्लिम में झगड़ा होता था। बिहार में कहीं आने-जाने का रास्ता नहीं था। पढ़ाई की हालत खराब थी। कोई काम नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि जो लोग यह बोल रहे हैं कि कांग्रेस को मौका मिलना चाहिए तो उनलोगों को मौका तो मिला था लेकिन कोई काम नहीं किया। जब हम लोगों को मौका मिला काम करने के लिए तो पूरे तौर पर बिहार में काम किया है। (रिपोर्ट- राजा बाबू, हाजीपुर)