पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने राज्य की प्रदेश समिति और सभी जिला इकईयों को भंग कर दिया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होकर बिहार विधानसभा चुनाव में उतरी एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार को यहां एलजेपी कार्यालय में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में पार्टी की हार की चर्चा की गई। हालांकि पार्टी के प्रमुख ने मतों की हिस्सेदारी को लेकर संतोष व्यक्त किया है।
बैठक के बाद पार्टी के प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने बताया कि बैठक में प्रदेश समिति, जिला इकाई और सभी प्रकोष्ठों को भंग करने का निर्णय लिया गया। बैठक में प्रदेश संसदीय बोर्ड, प्रदेश के सभी उपाध्यक्ष, सांसद, पूर्व सांसद, पार्टी के सभी प्रवक्ता समेत कई नेता मौजूद रहे। कई चुनाव हार चुके उम्मीदवार भी बैठक में शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि बैठक में दो महीने के अंदर सभी नई कमेटी का गठन कर लेने का भी फैसला लिया गया। उल्लेखनीय है कि एलजेपी एनडीए से अलग होकर बिहार विधानसभा चुनाव में उतरी थी। एलजेपी ने 135 सीटों पर चुनाव लड़ी लेकिन सिर्फ एक सीट पर ही जीत दर्ज कर सकी। माना जा रहा है चिराग अब पार्टी के संगठन पर विशेष ध्यान देंगे। पार्टी ने कुछ ही दिन पहले ही स्थापना दिवस मनाया था।
बिहार में रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर सुशील कुमार मोदी ने नामांकन दाखिल किया। एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने साफ कर दिया था कि इस उपचुनाव में उनकी तरफ से कोई प्रत्याशी चुनाव में नहीं होगा। हालांकि, आरजेडी ने चिराग पासवान की मां रीना पासवान को महागठबंधन की तरफ से राज्यसभा सीट के लिए उम्मीदवार बनने का प्रस्ताव दिया था।