पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) अध्यक्ष चिराग पासवान ने राज्यसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल का समर्थन लेने से ही इनकार कर दिया है। आरजेडी ने एलजेपी को प्रस्ताव दिया था कि अगर चिराग राज्यसभा चुनाव के लिए रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को उतारती है तो आरजेडी समर्थन देने को तैयार है। बता दें कि एलजेपी के संस्थापक व पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट पर चुनाव होना है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने इसके लिए पहले ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का नाम तय कर दिया है। इस चुनाव को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। आरजेडी ने हालांकि एलजेपी को पासवान की पत्नी रीना पासवान को चुनाव में उतारने का आफर देते हुए कहा था कि अगर एलजेपी रीना पासवान को चुनाव मैदान में उतारती है, तो आरजेडी समर्थन करेगा।
इधर, एलजेपी ने आरजेडी के इस ऑफर को नकार दिया है। एलजेपी के मीडिया प्रभारी कृष्ण सिंह कल्लू ने इसे स्वीकार करते हुए कहा है कि महागठबंधन के कुछ नेताओं ने ऐसा प्रस्ताव दिया था, लेकिन चिराग पासवान ने उसे मानने से इनकार कर दिया। एलजेपी ने भी मंगलवार को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
एलजेपी ने ट्वीट किया, "एलजेपी व दलित सेना के संस्थापक राम विलास पासवान जी के निधन के बाद से रिक्त पड़ी राज्यसभा की सीट पर चुनाव है। राज्यसभा की यह सीट संस्थापक के लिए थी, जब पार्टी के संस्थापक ही नहीं रहे तो यह सीट बीजेपी किसको देती है यह उनका निर्णय है।"
ट्वीट कर आगे लिखा गया, "आरजेडी के कई साथी अपना समर्थन इस सीट पर एलजेपी प्रत्याशी के लिए करने की बात की है। उनके समर्थन के लिए पार्टी आभार व्यक्त करती है। इस राज्य सभा सीट पर एलजेपी का कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ना चाहता है।"
इस रिक्त हुई सीट के लिए तीन दिसंबर तक नामांकन होगा। वहीं 14 दिसंबर को चुनाव होगा। महागठबंधन भी इस चुनाव में प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रहा है।