बिहार में शराब बंद है। फिर भी शराब की खेप पहुंचाने के लिए आस-पास के राज्यों से तस्करी की जाती है। हाल में ही शराब तस्करी का एक ऐसा मामला सामने आया है। जहां ट्रेन के AC कोच में शराब रखकर यूपी से बिहार ले जाया जा रहा था। लेकिन ट्रेन में ही सवार एक युवती ने इस शराब तस्करी का भंडाफोड़ कर दिया। बता दें कि ट्रेन नंबर 15232 गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस के एसी कोच से शराब तस्करी का खुलासा हुआ। जिसका पर्दाफाश दरभंगा की युवती प्रियंका झा ने किया। युवती को जब ट्रेन में शराब तस्करी का शक हुआ तो उसने ट्रेन में फेसबुक लाइव करना शुरू कर दिया और इस तस्करी का खुलासा हआ।
बैग में शराब भरकर AC कोच में रखा गया
दरअसल, ट्रेन के बिहार की सीमा में प्रवेश करने के पहले कुछ लोगों ने शराब से भरे बैग एसी कोच में चढ़ाए गए। कोच अटेंडेंट ने उन बैग्स को एक दंपती के सीट के नीचे रखवाया और उन लोगों को जनरल बोगी में जाने को कह दिया। विलासपुर से लौट रही महिला विकास मंच की प्रवक्ता और दरभंगा की रहने वाली प्रियंका झा भी उसी बोगी में सफर कर रहीं थी। उनके साथ फाहिमा खातून, महिला विकास मंच की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी सफर कर रही थी। कोच अटेंडेंट, टीटीई और अन्य पुलिसकर्मियों से जब मदद नहीं मिली तो प्रियंका ने 139 पर कॉल किया और अंततः ट्रेन के हाजीपुर पहुंचने के बाद जीआरपी और आरपीएफ ने सुबह 4 बजे दो बैग से 49 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की। ट्रेन के कोच अटेंडेंट मोती कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
ऐसे हए भंडाफोड़
ट्रेन की बोगी में सीट के नीचे डाले गए लाल रंग के सूटकेस में शराब की एक बोतल टूट जाने से शराब बहने निकली। बर्थ पर बैठी महिला दुर्गंध से परेशान हो गई। उनकी परेशानी देख उसी बोगी में यात्रा कर रही प्रियंका आगे आई। कोच के अटेंडेंट से लावारिस बैग के विषय में RPF को सूचना देने को कहा। जिस पर महिला ने उसकी बात को टाल दिया, फिर टीटीई ने भी इसे लेकर कोई पहल नहीं की। देर रात करीब डेढ़ बजे बोगी में हंगामा हो गया। वहीं, टीटीई गाड़ी के छपरा पहुंचने पर आवश्यक कदम उठाए जाने की बात कह चला गया।
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