RJD सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार सनसनीखेज खुलासा करते हुए अपने लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर ली है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कबूल किया कि चारा घोटाला में सजा काटने के दौरान रांची की जेल से कांग्रेस नेताओं को फोन करते थे। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी से फोन पर बात कर अखिलेश सिंह को कांग्रेस का राज्यसभा सांसद बनाया। लालू यादव के इस बयान के बाद एक बार फिर सिायासी सरगर्मी बढ़ती नजर आ रही है। लालू के इस बायन पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने करारा हमला किया है।
"व्यक्ति जेल के अंदर अय्याशी कर रहा था"
बिहार विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने कहा, "जेल के अंदर लालू यादव को राजसी जिंदगी का अवसर मिलता था, सारी व्यवस्था रहती थी, फोन से सोनिया गांधी से बात करते थे। माननीय न्यायालय ने एक भ्रष्टाचारी को जेल में सुधारने के लिए भेजा था, उनके पाप के कर्मों का पश्चाताप करने के लिए भेजा था, लेकिन वह व्यक्ति जेल के अंदर अय्याशी कर रहा था, इसलिए जितनी सजा जेल के अंदर बीती है वह सजा फिर से इन पर लागू हो। लालू यादव के खुद के बयान पर न्यायालय संज्ञान लेकर इन पर एक्शन ले, ताकि अपराधियों का मनोबल गिरे।"
"इनको हमने जबरदस्ती सांसद बनाया है"
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती समारोह में लालू प्रसाद यादव ने बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह को लेकर ये बड़ा खुलासा किया। लालू यादव ने कहा कि अखिलेश सिंह को मैंने ही राज्यसभा सांसद बनाया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश मांग कर सांसद नहीं बने हैं। इनको हमने जबरदस्ती सांसद बनाया है। लालू ने कहा कि जब मैं रांची जेल में था, तब अखिलेश मुझसे मिलने आए थे और किसी दूसरे को राज्यसभा सांसद बनाने की पैरवी कर रहे थे, लेकिन मैंने उन्हें कहा कि आप ही सांसद बन जाओ और इसके बाद मैंने वहीं से सोनिया गांधी से फोन पर बातकर अखिलेश सिंह को राज्यसभा सांसद बनाने के लिए पैरवी की।