
पटना: 'लैंड फॉर जॉब'केस में पूछताछ के लिए RJD सुप्रीमो लालू यादव अपनी बेटी मीसा भारती के साथ ED दफ्तर पहुंचे हैं। वहीं, RJD के कार्यकर्ता लालू यादव की पेशी के विरोध में ED दफ्तर के पास प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि 'लैंड फॉर जॉब' केस लालू के रेल मंत्री के कार्यकाल के दौरान का है। उनपर रेल मंत्री रहते 2024 से लेकर 2009 तक नौकरी के बदले जमीन लेने का आरोप है। लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और उनके बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी 'लैंड फॉर जॉब' केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को ED के समक्ष पेश हुए थे।
20 जनवरी 2024 में भी दर्ज किया था बयान
बता दें कि इस मामले में ED के सामने लालू यादव की करीब 14 महीने बाद पेशी हो रही है। ED ने इसके पहले 20 जनवरी 2024 को लालू यादव का बयान दर्ज किया था जबकि तेजस्वी का बयान भी पिछले ही साल 30 जनवरी को दर्ज हुआ था। तब भी जमकर बवाल मचा था और अब भी ED के समन पर सियासत हो रही है। लालू की बेटी और पाटलिपुत्र की सांसद मीसा भारती ने कहा कि उनका परिवार जांच में पूरा सहयोग कर रहा है। वहीं, बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि जो जैसा करेगा उसका परिणाम उसे भुगतना होगा। बता दें कि मंगलवार को भी RJD कार्यकर्ताओं ने ED दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था और नारे लगाए थे।
CBI ने की थी शुरुआत, बाद में हुई ED की एंट्री
'लैंड फॉर जॉब' केस की जांच केवल ED ही नहीं सीबीआई भी कर रही है। दरअसल इस केस में जांच की शुरुआत CBI ने ही की थी। CBI ने सबसे पहले 18 मई 2022 को केस दर्ज किया था, उसके बाद जांच में ED की एंट्री हुई। ED पिछले साल इस केस में चार्जशीट दायर कर चुकी है। ED के केस में लालू, राबड़ी और उनकी 2 बेटियों समेत कुल 11 आरोपी हैं तो CBI ने कुल 78 लोगों को आरोपी बनाया है। दोनों ही मामलों में लालू फैमिली को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।