पटना: राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो ठाकुर विवाद पर खुलकर मनोज झा के समर्थन में उतर गए हैं। उन्होंने कहा कि मनोज झा जी विद्वान आदमी हैं। वो सही बात बोले हैं। कोई ठाकुर या राजपूत के खिलाफ उन्होंने बात नहीं कही है। वहीं जब लालू से यह पूछा गया कि आनंद मोहन और चेतन आनंद ने भी विरोध जताया है, इस सवाल पर लालू ने कहा कि किसी समाज का अपमान नहीं हुआ है। इसके बाद जब लालू से यह सवाल किया गया कि चेतन आनंद तो आपकी पार्टी के विधायक हैं फिर वे क्यों विरोध कर रहे हैं? इस पर लालू ने कहा कि उनको उतना ही बुद्धि है तो क्या कहा जाए।
ठाकुर का कुआं कविता सुनाई थी
दरअसल, आरजेडी सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान ठाकुर का कुआं एक कविता सुनाई थी। इसी कविता के बाद विवाद शुरू होने लगा और मनोज झा को धमकियां मिलने लगी। उन्हीं की पार्टी के चेतन आनंद ने भी मनोज झा के खिलाफ बयानबाजी की। चेतन आनंद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साफ लहजे में कहा कि अभद्र टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करूंगा। साथ ही उन्होंने हैशटैग से यह भी जता दिया है कि वह अपनी ही पार्टी के सांसद मनोज झा के बयान का ‘पुरजोर विरोध’ करते हैं।
आरजेडी के चेतन आनंद ने भी जताया था विरोध
चेतन आनंद ने मनोज कुमार झा के बयान पर निशाना साधते हुए लिखा कि ‘हम ठाकुर हैं! सबको साथ लेकर चलते हैं! समाजवाद में किसी एक जाति को टार्गेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलेपन के अलावा कुछ नहीं। जब हम दूसरों के बारे में गलत नहीं सुन सकते तो अपने (ठाकुरों) पर अभद्र टिप्पणी बिल्कुल नहीं बर्दाश्त करेंगे। माननीय संसद मनोज झा के विचारों का पुरजोर विरोध।’ इसके साथ ही बीजेपी के नेता भी मनोज झा की आलोचना करने लगे। कई नेताओं की तरफ से उन्हें धमकियां भी दी गई।