
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बयान दिया है। उनके बयान पर केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा, "लोकतंत्र में जनता के फैसले के अनुसार विधायक चुने जाते हैं, सांसद चुने जाते हैं, एमएलसी विधायकों द्वारा चुने जाते हैं। लोग चाहते हैं कि नीतीश कुमार सीएम बनें और उनका नेतृत्व करें। सिर्फ इसलिए कि एक विपक्षी नेता कुछ कहता है, लेकिन किसी भी पक्ष के नेता के कहने से कुछ नहीं हो सकता है। 3,65,000 शिक्षकों की नियुक्ति की गई, क्या एक 'खटारा आदमी' ऐसा कर सकता है।" उन्होंने कहा, बिहार को आगे बढ़ाने के लिए उनके उन्नति और विकास के रास्ते पर ले चलने के लिए दिन रात, ठंड में भी वह घूमते फिरते हैं, क्या खटारा और बुढ़ा आदमी ये काम कर सकता है क्या।
तेजस्वी यादव के बयान पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के लिए लोगों में क्या धारणा है, उस धारण के मुताबिक और विश्वास के बदौलत वो 20 वर्षों से अपने कार्य का निर्वहन कर रहे हैं। विरोधी पक्ष के नेता का यही विचार है मन में ऐसे ही खराब विचार आते रहेंगे तो जनता उन्हें 6 महीनों के बाद जवाब दे देगी कि वो क्या बोल रहे हैं। इसके अलावा तेजस्वी यादव के बयान पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा, "तेजस्वी यादव का सपना सीएम बनने का है और सपने देखना कोई बुरी बात नहीं है। 15 साल तक बिहार की जनता ने उनके माता-पिता का शासन देखा है। बिहार में बिल्कुल भी शासन नहीं था। लालू प्रसाद यादव अपने शासन के दौरान जब जेल जाने वाले थे, तो उन्होंने अपनी पत्नी को सीएम बना दिया। अब वे चाहते हैं कि उनका पोता सत्ता में आए। उनकी पार्टी पति, पत्नी और बच्चों के बारे में है। वे बिहार का क्या भला करेंगे?"
तेजस्वी यादव के बयान पर ललन सिंह की प्रतिक्रिया
ललन सिंह ने कहा कि वे परिवार से बाहर निकले ही नहीं हैं। क्या बिहार की सोच है, क्या बिहार की समस्याओं की उनकी जानकारी है। लालू यादव के राज में सड़क नाम की कोई चीज नहीं थी। बिजली किसी गांव में नहीं था। बिजली की खपत पूरे राज्य में 600 मेगावॉट थी, आज लगभग 7 हजार मेगावॉट खपत है। बिहार में कानून व्यवस्था थी नहीं और बिहार में अपहरण का उद्योग चलता था और यह अपहरण की फिरौत कौन वसूलता था सब जानते हैं। तो ना बिजली थी, ना सड़क थी और ना ही कोई आपदा का प्रबंधन था। बाढ़ आता था तो लालू कहते थे कि क्या दिक्कत है, बाढ़ के पानी के साथ मछली आ गया तो सब गरीब खाएगा। तो यही उनकी सोच थी।