लखीसराय पुलिस ने एक साइबर ठग गिरोह का भांडाफोड़ किया है और तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बतााया कि एक शख्स जो गांव में सीएससी (सामान्य सेवा केंद्र) चलाता है, वह अपने खाते को साइबर ठगों के साथ सांठगांठ करके भाड़े पर देता है। इतना ही नहीं पुलिस ने बताया कि आरोपियों के द्वारा अलग-अलग परीक्षाओं में सेंटिंग का भी काम किया जाता है। साइबर ठगों का ये पूरा गैंग अब पुलिस की गिरफ्त में है और मामले में आगे की जांच की जा रही है। आरोपी सीएससी के खाते से करोड़ों रुपये का लेनदेन भी करते थे।
ठगों के पास निकले शैक्षणिक प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक
पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और इनके पास से एक लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर, भारी मात्रा में शैक्षणिक प्रमाण पत्र सहित दर्जनों बैंक पासबुक, चेक बुक और एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। गिरफ्तार तीनों अपराधियों की पहचान लखीसराय जिला निवासी नीतीश कुमार, नालंदा के रहने वाले राज किरण और नीतीश पटेल के रूप में की गई है। राज किरण और नीतीश पटेल नालंदा के बेन प्रखंड में कार्यपालक सहायक के पद पर कार्यरत हैं।
एक दिन में करीब डेढ़ करोड़ का लेन-देन
इसको लेकर लखीसराय के एसपी पंकज कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि बड़हिया के ज्वॉस निवासी नीतीश कुमार अपने गांव में सीएससी चलाता है और अपने सीएससी खाते को साइबर ठगों के साथ सांठगांठ कर भाड़े पर देता है। जिससे बड़े पैमाने पर रुपयों का लेन-देन होता है। इसी सूचना पर प्रशिक्षण डीएसपी आकाश किशोर के नेतृत्व में छापेमारी कर तीनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान नीतीश कुमार ने बताया कि उसने अपने सहयोगी राज कुमार किरण को सीएससी का लिंक और आईडी, पासवर्ड भाड़े पर दिया था। उसके बाद खाते से एक दिन में करीब डेढ़ करोड़ का लेन-देन हुआ था।
परीक्षाओं में सेंटिंग का भी था काम
इतना ही नहीं पुलिस की पूछताछ में ये भी पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक नीतीश पटेल के द्वारा BPSC शिक्षक सहित अलग-अलग परीक्षाओं में सेंटिंग का भी काम किया जाता है। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और उसी आधार पर आगे की कार्रवाई में जुटी है।
(रिपोर्ट- रणजीत कुमार सम्राट)
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