खान ग्लोबल स्टडीज नाम से अपना कोचिंग संस्थान चलाने वाले खान सर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बता दें कि खान सर पटना में बीपीएससी उम्मीदवारों के साथ बीपीएससी में 'सामान्यीकरण' के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के बाद शिक्षक खान सरकार पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए जाने के बाद खान सर ने कहा, "चाहे कुछ भी हो जाए, हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक आयोग अपना रुख नहीं बदल लेता। हम अपने बच्चों के लिए लड़ने के लिए जहां भी जरूरी होगा वहां जाएंगे। सुबह से विरोध प्रदर्शन करने के बाद हम थक चुके हैं।"
गिरफ्तारी के बाद क्या बोले खान सर
हिरासत में लिए जाने से पूर्व खान सर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 13 तारीख को परीक्षा है और बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर दिया गया है। क्या परीक्षा देंगे एक सप्ताह पहले ये बच्चे। हमें बहुत तकलीफ होती है। पढ़ाते पढ़ाते गला सूख जाता है। ये मिडिल क्लास के बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि बीपीएससी नॉर्मलाइजेशन घटिया कानून लाकर हमें गुमराह कर रही है। बीपीएससी हमसे गोलमोल बाते कर रही हैं। हमारा सीधा कहना है कि हजारों छात्र-छात्राएं, बस एक बार अध्यक्ष अधिकारिक नोटिफिकेशन डाल दें कि वो नॉर्मलाइजेशन नहीं करेंगे। नॉर्मलाइजेशन इतना घटिया चीज है कि जो केवल गणित के लिए बना है।
खान सर बोले- लाठी खाने को हैं तैयार
उन्होंने कहा कि हम अध्यक्ष से कहते रह गए कि यह नियम गणित के लिए बना है जीएस के लिए नहीं बना है। उदाहरण समझिए कि जीएस में कैसे तय करिएगा कि इलाहाबाद का संधि वाला प्रश्न मुश्किल है कि एलासाबा की संधि वाला प्रश्न मुश्किल है। हमारी शांतिपूर्ण ढंग से यही मांग है कि जबतक नॉर्मलाइजेशन नहीं होगा तब तक हम यहीं रहेंगे। अब लाठी चलाएं या कुछ करें सब प्रशासन के हाथ में हैं। हम लाठी खाने को तैयार हैं। बता दें कि खान ग्लोबल स्टडीज के एक्स पेज पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा गया है, 'छात्रों के लिए आवाज उठाने वाले हमारे खान सर गिरफ्तार हुए हैं। लेकिन उनका संघर्ष यहीं नहीं रुकेगा। खान सर के लिए उनके छात्रों का भविष्य ही सबसे महत्वपूर्ण है, और वे हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।
हिरासत से रिहा हुए खान सर
बता दें कि हिरासत में लिए जाने के कुछ देर बाद खान सर को छोड़ दिया गया। इस मामले में बीपीएससी ने जानकारी देते हुए कहा, इस साल बीपीएससी की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन नहीं लागू होगा। इसके बाद छात्रों ने अपने धरने को समाप्त कर दिया है। बीपीएससी द्वारा प्रेस रिलीज के जरिए स्पष्ट किया गया कि नॉर्मलाइजेशन का कोई प्रस्ताव था ही नहीं। ये अफवाल कोचिंग संस्थानों की तरफ से फैलाई गई है।