Highlights
- देश में धार्मिक जुलूसों पर रोक लगाने की वकालत
- मांझी ने पीएम और गृहमंत्री को टैग कर किया ट्वीट
- "धार्मिक जूलूसों से देश की एकता-अखंडता खतरे में"
पटना। अक्सर राम पर दिए अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाला बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने अब देश में धार्मिक जुलूसों पर रोक लगाने की वकालत की है। हाल ही में मांझी ने राम को नकारने वाला बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं भगवान राम को नहीं मानता। राम महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास के काव्य ग्रंथ के महज एक काल्पनिक पात्र थे। इस बयान के बाद अब हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के संरक्षक मांझी ने धार्मिक जुलूसों पर रोक लगाने को लेकर ट्वीट किया है।
मांझी ने अपने ट्वीट में लिखा है, "अब वक्त आ गया है जब देश में हर तरह के धार्मिक जूलूस पर रोक लगा दी जाए। धार्मिक जूलूसों के कारण देश की एकता और अखंडता खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। इसे तुरंत रोकना होगा।" गौरतलब है कि रामनवमी के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में शोभा यात्रा के दौरान पथराव और हाल ही में दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जंयती के जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद जीतनराम मांझी का ये बयान सामने आया है।
गौर करने वाली बात ये है कि मांझी की हम पार्टी बिहार के सत्तारूढ़ एनडीए का एक घटक दल है और जीतनराम मांझी ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग भी किया है।
बताते चलें कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा निकली थी लेकिन उसी दौरान दो समुदाय आपस में भिड़ गए और दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया था। इस दौरान उपद्रवियों ने कई वाहन तोड़े और आगजनी भी की थी। इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के कई जवान भी घायल हुए थे।