Bihar news: JDU के अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री शाह पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पार्टी को उनसे (शाह से) किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनावों में भाजपा की हार सुनिश्चित कर 2024 में ‘भाजपा मुक्त भारत’ के केंद्र में बिहार होगा। शाह ने बिहार में भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ जदयू-राष्ट्रीय जनता दल (राजद)-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधा था। इस संबंध में सिंह ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि गृह मंत्री ने भ्रष्टाचार को फिर से परिभाषित किया है क्योंकि लोग भाजपा में शामिल होने के बाद ‘बेदाग’ हो जाते हैं, जबकि विपक्ष के लोग भ्रष्ट होते हैं और उन्हें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा निशाना बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि कुमार जांच एजेंसियों से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा इनका ‘दुरुपयोग’ चिंता का विषय है।
'बिहार के लोग उन्हें दे रहे प्रमाण पत्र'
शाह द्वारा कुमार को ‘सत्ता का लालची’ बताए जाने के आरोप पर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को उनसे किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है क्योंकि बिहार के लोग उन्हें 2005 से अपना प्रमाण पत्र दे रहे हैं, जब से वह राज्य में शासन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके बजाय गृह मंत्री को अपने भीतर झांकना चाहिए क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में भाजपा के सभी प्रमुख सहयोगियों ने उससे नाता तोड़ लिया है। जदयू अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इतने दिनों तक उनकी (शाह की) जनसभा का इतना प्रचार किया गया। उन्होंने क्या कहा? उन्होंने बेरोजगारी और महंगाई जैसे ज्वलंत मुद्दों का कोई उल्लेख नहीं किया। भाजपा ने 2014 में वादा किया था कि सालाना दो करोड़ नौकरियां दी जाएंगी।’’
उद्योगपति गौतम अडाणी की संपत्तियों में तेजी से वृद्धि के एक स्पष्ट संदर्भ में सिंह ने आरोप लगाया कि देश की अर्थव्यवस्था और रुपये का मूल्य नीचे जा रहा है और सरकार रोजगार प्रदान करने में असमर्थ है, वहीं किसी ने प्रतिदिन 1,600 करोड़ रुपये कमाए हैं। सिंह ने कहा, ‘‘यह कैसा चमत्कार है? उनके (भाजपा) करीबी देश को लूट रहे हैं। शाह को इस पर बोलना चाहिए था।’’
आर.सी.पी.सिंह के साथ मिलकर किया काम
शाह ने मुख्यमंत्री कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भाजपा से नाता तोड़ लिया था। इस आरोप पर सिंह ने कहा कि यह भाजपा थी जिसने जद (यू) को कमजोर करने की साजिश रची थी। जदयू ने कहा है कि भाजपा ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता चिराग पासवान के साथ मिलकर 2020 के बिहार विधानसभा चुनावों में उसे नुकसान पहुंचाया और बाद में, इसे कमजोर करने के लिए उसके पूर्व अध्यक्ष आर.सी.पी.सिंह के साथ मिलकर काम किया। लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘कुमार ने नहीं, बल्कि भाजपा ने उनकी (कुमार की) पीठ में छुरा घोंपा है।’’