पटना: जन सुराज अभियान अब एक राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित होगा। 2 अक्टूबर 2022 से शुरू हुई "जन सुराज पदयात्रा" आगामी 2 अक्टूबर 2024 को एक राजनीतिक पार्टी का स्वरूप लेगी। ये फैसला सोमवार को पटना के ज्ञान भवन स्थित बापू सभागार में हुआ। जन सुराज के संगठन से जुड़े हजारों लोगों रविवार को एक दिवसीय संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर भी मौजूद रहे।
आम सहमति से तीनों प्रस्ताव पारित
कार्यक्रम में कुल तीन प्रस्ताव लाए गए। सभी लोगों ने आम सहमति से तीनों प्रस्ताव को पारित किया। पहला प्रस्ताव लाया गया कि जन सुराज को एक राजनीतिक पार्टी के तौर पर कब घोषित किया जाए, इस पर सभी लोगों ने एक सुर में 2 अक्टूबर 2024 की तारीख तय की। दूसरा प्रस्ताव यह लाया गया कि जन सुराज बिहार के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा, इस प्रस्ताव पर भी सभी लोगों ने एकमत अपनी सहमति दर्ज कराई। तीसरा प्रस्ताव यह पारित किया गया कि जन सुराज समाज के सभी वर्गों को उनकी संख्या के हिसाब से संगठन और टिकट में भागीदारी सुनिश्चित करेगा, इस पर सभी लोगों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को भी पारित किया।
पार्टी के संविधान को लेकर सुझाव
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जन सुराज आगामी विधानसभा चुनाव में महिलाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित करेगा। हर लोकसभा क्षेत्र के भीतर आने वाले एक विधानसभा सीट से कम से कम एक महिला को जरूर चुनाव लड़ाया जाएगा। जन सुराज के संविधान निर्माण के लिए बनाई गई समिति को संविधान निर्माण करने की स्वीकृति दी गई। पदाधिकारियों ने पार्टी के संविधान को लेकर सुझाव भी दिए। प्रशांत किशोर ने जन सुराज संगठन के पदाधिकारियों को बूथ, पंचायत, प्रखंड और जिलास्तर तक संगठन को अधिक मजबूत बनाने और घर-घर जन सुराज अभियान को सफल बनाने की अपील की।
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