बिहार के जमुई जिले में अफसरशाही किस कदर हावी है इसका जीता जागता उहादरण बरहट प्रखंड क्षेत्र से सामने आया है। यहां साहब की तो बात ही छोड़ दीजिए उनका ड्राइवर भी गरीब के कंधे की सवारी करता है। दरअसल, जमुई जिले के बरहद प्रखंड अंतर्गत बरियारपुर पंचायत के घटवारी टोला में भारी वर्षा से गोपाल सिंह सहित कई अन्य लोगों का घर ध्वस्त हो गया था। इसकी सूचना अंचलाधिकारी रणधीर कुमार को दी गई। उसके बाद जांच के लिए सीओ निकले भी, लेकिन सामने पानी का बहाव देख उनके कदम रुक गए। बात यह हुई कि उनका चालक ही देखकर आएगा।
साहब और ड्राइवर का गजब फरमान
अब चालक को भी पानी में भीगना मंजूर नहीं था, लिहाजा उसने पीड़ित परिवार को कंधे पर बिठाकर पानी के बहाव से पार करने का फरमान सुना डाला, जिसकी सहमति साहब ने भी दे दी। अब बेचारा गरीब के सामने नुकसान की क्षति पूर्ति का सवाल था, साहब नाराज हो जाते तो फिर क्षतिपूर्ति मिलती या नहीं इसकी गारंटी नहीं थी। इस वजह से गरीब पीड़ित गोपाल सिंह ने उसके इस फरमान को स्वीकार कर लिया।
2 किमी दूर गाड़ी में बैठे रहे अफसर
सीईओ साहब गाड़ी में बैठे रहे और गोपाल ने कंधे पर चालक को बिठाया। बगल में एक और आदमी चालक को सहारा देता रहा। इसके बाद वह पानी के बहाव को पार कर बारिश में ध्वस्त घर का मुआयना किया। उसकी तस्वीर ली और फिर वापस आ गया। इस दौरान ड्राइवर लगभग 2 किमी तक पीड़ित के कंधे पर बैठकर पीड़ित के घर से पहुंचे जो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच किसी ने इस पूरे घटनाक्रम को मोबाइल में कैद कर लिया। इस वीडियो के संबंध में जब अंचलाधिकारी रणधीर कुमार से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ बताने से इनकार कर दिया।
(रिपोर्ट- मो.अंजुम आलम)
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