जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी के खुला अधिवेशन में कहा कि 2024 में भाजपा मुक्त भारत बनाएंगे। ये बहुत मुश्किल नहीं है। जेडीयू के खुला अधिवेशन में ललन सिंह ने कहा कि 2024 में भाजपा को हराना अब मुश्किल नहीं। ललन सिंह ने कहा, "बिहार में 40 में से सभी 40 सीटें लोकसभा चुनाव में हम जीतने जा रहे हैं, इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए। बहुमत से ज़्यादा कुछ ही सीट हैं ना, ये बढ़ने वाला नहीं है। अब 2024 भाजपा मुक्त भारत बनाएंगे।"
"भारत को भाजपा मुक्त करा कर ही दम लेंगे"
ललन सिंह ने कहा, "कई राज्यो में ज्यादा से ज्यादा सीट हैं, वहां घटेंगी ना कि बढ़ेंगी। दो चार सीट भी घटेंगी तो हम आपको 2024 में पटखनी दे देंगे।" ललन सिंह ने कहा कि कुढ़नी हार गए तो क्या हुआ, 3000 वोटों से हारे हैं जिसमें कई कारण थे। बहुत से नहीं हारे हैं। 2024 में हमारा लक्ष्य है भाजपा को भारत मुक्त करा कर ही दम लेंगे।
ललन सिंह का सुशील मोदी पर निशाना
JDU के खुला अधिवेशन में ललन सिंह ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिनभर इनका एक ही मक़सद रहता है कि मीडिया में छपते रहें। हर रोज़ ट्वीट करते रहते हैं ताकि उनको अपने पार्टी में कुछ जगह मिल जाए। नीतीश जी के पुराने सहयोगी रहे हैं, बोलते रहते हैं, शायद कुछ मिल जाए।
"राष्ट्रीय पार्टी के दर्जे का सपना पूरा होगा"
जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि नीतीश जी ने मुझे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। नागालैंड के विधानसभा चुनाव में वो सपना पूरा होगा, ये मुझे पूरी उम्मीद है। नागालैंड में हमारा संगठन बहुत मजबूत है और पूरी उम्मीद है कि नागालैंड में हमारा सपना पूरा होगा।
ललन सिंह निर्विरोध जद(यू) अध्यक्ष चुने गए
बता दें कि जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को इसी सोमवार को पार्टी के नए अध्यक्ष के रूप में तीन साल के नए कार्यकाल के लिए निर्विरोध चुन लिया गया। जद(यू) के महासचिव अफाक अहमद खान ने कहा कि लोकसभा सदस्य और पार्टी के प्रमुख नेता ललन सिंह मुकाबले में एकमात्र व्यक्ति थे और सोमवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि के बाद निर्विरोध चुने गए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र माने जाने वाले सिंह ने जुलाई, 2021 में पार्टी के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था, जब तत्कालीन अध्यक्ष आर सी पी सिंह ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद इस्तीफा दे दिया था। उस समय जद(यू) का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन था।