राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सोमवार देर शाम पत्नी राबड़ी देवी संग अपने गृह जिले गोपालगंज पहुंचे। कुछ ही देर बाद उनका बड़ा बेटा और बिहार सरकार के पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव भी गोपालगंज पहुंचे। गोपालगंज पहुंचने के बाद अतिथि गृह में लालू यादव अपने परिवार के साथ रात में विश्राम किए। वहीं, लालू यादव ने मंगलवार अहले सुबह थावे दुर्गा मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। उसके बाद अपने पैतृक गांव फुलवरिया के लिए रवाना हो गए, जहां घर के एक कमरे में बने पूजा घर में कुलदेवता की पूजा की। फिर मां मरछिया देवी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। हालांकि, गोपालगंज दौरे के दौरान के वायरल एक वीडियो से राजनीति गरमा गई है।
लालू के लिए छाता लिए खड़े अधिकारी
दरसअल, इस वीडियो में हथुआ के एसडीपीओ (SDPO) अनुराग कुमार, लालू प्रसाद यादव को बारिश के पानी से बचाने के लिए खुद छाता अपने हाथ में थामे खड़े हैं। इसे लेकर सवाल उठाया जा रहा है कि ड्यूटी पर तैनात अधिकारी किसी राजनीतिक दल के सुप्रीमो को छाता कैसे लगा सकता है, जबकि लालू यादव के साथ उनकी सुरक्षा के लिए दूसरे अधिकारी और निजी सहायक तैनात हैं। राजनीतिक गलियारे में इस वीडियो को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है।
बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष ने जताई आपत्ति
गोपालगंज बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद कुमार ने इस वीडियो को लेकर आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने कहा कि लालू यादव सजायाफ्ता हैं। उनकी सुरक्षा में अधिकारी तैनात हैं, लेकिन हथुआ के एसडीपीओ अनुराग कुमार थावे में भी लालू प्रसाद यादव के साथ दिखाई दे रहे हैं, जबकि यह कार्यक्षेत्र सदर एसडीपीओ के कार्यक्षेत्र में आता है। उन्होंने कहा कि सुनने में आया है कि हथुआ एसडीपीओ बालू माफिया सुभाष यादव के दामाद हैं और सुभाष यादव गोपालगंज में भी अपने रसूख से कई लोगों की पैरवी करते हैं। बहरहाल, इंडिया टीवी अनुराग कुमार के सुभाष यादव से रिश्तेदारी को लेकर कोई दावा नहीं करता है।
बीजेपी नेता सुशील मोदी का बड़ा हमाल
बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा, "लालू जब मुख्यमंत्री थे, तब आईएस अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे, अब तो गनीमत है कि एसडीपीओ साहब लालू के लिए छाता उठाकर चल रहे हैं। नीतीश जी का यही सुशासन है? नीतीश जी ऐसे एसडीपीओ पर कार्रवाई करने की हिम्मत दिखाएंगे?"
वीडियो वायरल होने के बाद क्या बोले SDPO?
वीडियो वायरल होने के बाद हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार का बयान सामने आया है। अनुराग कुमार ने कहा कि मुझे सुरक्षा-व्यवस्था के लिए गोपालगंज जिला पदाधिकारी और एसपी महोदय की ओर से निर्देश दिया गया था। इसके मद्देनजर सुरक्षा को देखते हुए उनके साथ-साथ चल रहा था। चूंकि भीड़ ज्यादा थी और मेरा हथियार था उसे भी पानी से बचाना था, तो मैं छाता लिए हुए था और मानवता के नाते मैंने उन्हें भी छाता लगा दिया। इसी को लोग निगेटिव खबर चलाई जा रही है, जबकि ऐसी कोई बात नहीं है।
- अयाज़ अहमद की रिपोर्ट