पटना: बिहार के 16 जिलों की 63,60424 आबादी बाढ से प्रभावित होने के साथ के ही ऐसे 4,18490 लोगों को अबतक सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है । आपदा प्रबंधन विभाग से बुधवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य के 16 जिलों-- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा एवं सहरसा जिले के 120 प्रखंडों के 1152 पंचायतों की 6360424 आबादी बाढ से प्रभावित है जहां से बाहर निकाले गये 440507 लोगों में से 17916 ने 17 राहत शिविरों में शरण ले रखी है।
बाढ़ के कारण विस्थापित लोगों को भोजन कराने के लिए 1365 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गयी है जहां अबतक 952481 लोगों को भोजन मिला है । दरभंगा जिले में सबसे अधिक अधिक 15 प्रखंडों की 199 पंचायतों की 1861960 आबादी बाढ से प्रभावित हुई है। बिहार के बाढ प्रभावित इन जिलों में बचाव और राहत कार्य चलाए जाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 33 टीमों की तैनाती की गयी है । बिहार के इन जिलों में बाढ का कारण अधवारा समूह नदी, लखनदेई, रातो, मरहा, मनुसमारा, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, गंडक, बूढ़ी गंडक, कदाने, नून, वाया, सिकरहना, लालबेकिया, तिलावे, धनौती, मसान, कोशी, गंगा, कमला बलान, करेह एवं धौंस नदी में जलस्तर का बढ़ना है ।
जल संसाधन विभाग के मुताबिक बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढी गंडक नदी मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर एवं खगडिया में, कमला बलान नदी मधुबनी में, लालबकिया नदी पूर्वी चंपारण में, गंगा नदी भागलपुर में, अधवारा नदी सीतामढी में, खिरोई दरभंगा में और घाघरा नदी सिवान में बुधवार को खतरे के निशान से उपर बह रही थी । जल संसाधन विभाग के अनुसार विभाग के अंतर्गत सभी बाढ सुरक्षात्मक बांध सुरक्षित हैं ।
उल्लेखनीय है कि बिहार में अबतक बाढ से कुल 19 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें सबसे अधिक सात लोगों की दरभंगा जिले में जबकि मुजफ्फरपुर में छह, पश्चिम चंपारण में चार तथा सिवान में दो व्यक्तियों की जान चली गयी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पुहिया, राजघाट ब्रिज, कोल्हुआघाट ब्रिज, कंकरघाट ब्रिज, बुनियादपुर, मझरिया, बरियाहीघाट ब्रिज, हथौरी ब्रिज, बरछिया, हायाघाट, एकमीघाट तथा बिरनी में तटबंधों का हवाई सर्वेक्षण किया। लगभग डेढ़ घंटे के हवाई सर्वेक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री दरभंगा हवाइ अड्डे पर उतरे और सीधे उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मखनाही में स्थापित बाढ़ राहत शिविर एवं सामुदायिक किचन के निरीक्षण के लिये चल पडे़।
मुख्यमंत्री ने आपदा राहत शिविर में रह रहे लोगों से बातचीत कर वहां उपलब्ध करायी जा रही व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने रसोई घर, चिकित्सकीय सुविधाओं, आवासित कमरों का जायजा लिया तथा बच्चों के बीच बिस्कुट भी वितरित किये। मुख्यमंत्री ने कोरोना के बढते प्रकोप के मद्देनजर शिविर में रह रहे सभी लोगों का एंटीजन टेस्ट और आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट कराने का निर्देश दिया तथा प्रति दिन लोगों को काढ़ा भी उपलब्ध कराने को कहा। दरभंगा में बाढ़ राहत शिविर के निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री ने चम्पारण तटबंध एवं गोपालगंज जिले के विभिन्न तटबंधों का लगभग एक घंटे हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। हवाई सर्वेक्षण में मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव दीपक कुमार एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार भी थे।