Highlights
- अभी 4 दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने अपने अफसरों को शराबबंदी को कड़ाई से लागू कराने की शपथ दिलाई थी।
- तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर शराब माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया और इस्तीफा मांगा।
- इस घटना के बाद नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
पटना: बिहार में शराबबंदी है लेकिन राजधानी पटना और वो भी विधानसभा कैंपस में शराब की बोतलें मिलने से हड़कंप मच गया है। अभी 4 दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने अफसरों को शराबबंदी को कड़ाई से लागू कराने की शपथ दिलाई थी लेकिन आज विधानसभा परिसर में ही शराब की खाली बोतलें मिली हैं। शराबबंदी पर बिहार में पहले से ही पॉलिटिक्स हो रही है और अब विपक्ष को एक बार फिर बड़ा मौका मिल गया है। ऐसे में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सरकार पर शराब माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया और नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा।
तेजस्वी यादव ने कहा, "विधानसभा परिसर में शराब ही शराब। यह अति है। मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री नीतीश जी को अब एक सेंकड भी सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री कल इसी परिसर में NDA के विधायकों को संकल्प दिला रहे थे। जो विधायक उनसे शराबबंदी की विफलता पर सवाल कर रहे थे उन्हें वो डाँट रहे थे।"
तेजस्वी ने कहा, "अदभुत! बिहार विधानसभा परिसर के अंदर में शराब की बोतलें बरामद। अभी शीतकालीन सत्र चल रहा है। CM के चेंबर से मात्र चंद कदम की दूरी पर विभिन्न ब्रांड की शराब ही शराब उपलब्ध। कड़ी सुरक्षा के बीच चालू सत्र में ही विधानसभा में शराब मिल रही है, शेष बिहार की आप बस कल्पना कीजिए! शर्मनाक!"
इस घटना के बाद नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा, "इस कैंपस में कहीं शराब की बोतल मिली है और यह बहुत खराब बात है। आज ही हम इस पूरी चीज की जांच के लिए सभी को कह देते हैं। चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को आज ही जांच के लिए कह देंगे, यहां पर कैसे शराब की बोतल आई, यह मामूली बात नहीं है, कोई गड़बड़ कर रहा है, उसको छोड़ना नहीं चाहिए, और अगर पता चल जाए तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हम तो प्रार्थना करेंगे, कहीं पर कोई भी आदमी अगर इस कैंपस में रहता है, तो यहां पर कैसे आया, कहां से आया, कौन आया, सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।"