प्रवर्तन निदेशाल (ED) ने शुक्रवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा के बिहार कैडर के अधिकारी संजीव हंस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व विधायक गुलाब यादव को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया है। इन्हें बिहार के जल जीवन मिशन घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गुलाब सिंह वर्तमान में बीएसपी से जुड़े हैं। जानकारी के मुताबिक, संजीव हंस को पटना से गिरफ्तार किया गया है, जबकि गुलाब यादव को पीएमएलए की धाराओं के तहत दिल्ली से हिरासत में लिया गया है। ये गिरफ्तारियां शुक्रवार को ईडी की तलाशी से पहले की गईं।
वर्ष 1997 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी हंस बिहार ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव रह चुके हैं, जबकि यादव राजद के पूर्व विधायक हैं। उन्होंने 2015 से 2020 तक मधुबनी जिले की झंझारपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था। दोनों के खिलाफ धनशोधन का मामला बिहार पुलिस की एक प्राथमिकी से संबंधित है।
पांच स्थानों पर ली गई थी तलाशी
पिछले महीने ED ने उन लोगों और संगठनों के परिसरों की और तलाशी ली थी, जिनके साथ आईएएस संजीव हंस का वित्तीय लेनदेन था। 10 से 12 सितंबर के बीच दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में 5 स्थानों पर तलाशी ली गई। तलाशी अभियान के दौरान 87 लाख रुपये नकद, 13 किलो चांदी की बुलियन कीमत लगभग 11 लाख रुपये और 2 किलो सोने की बुलियन और आभूषण जिनकी कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये थी, जब्त किए गए थे।
इसके अलावा, हवाला, बैंकिंग लेनदेन के विवरण वाले विभिन्न आपत्तिजनक साक्ष्य भी बरामद और जब्त किए गए थे। इससे पहले ED ने 16 जुलाई, 19 जुलाई, 31 जुलाई और 23 अगस्त को पटना, दिल्ली, पुणे, हरियाणा और पंजाब के विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली गई थी> इसमें सोने के आभूषणों सहित विभिन्न भौतिक और डिजिटल साक्ष्य मिले थे> साथ ही 80 लाख की लग्जरी घड़ियां और संजीव हंस के परिसर से 70 लाख रुपये जब्त किए गए थे।
ये भी पढ़ें-
महाराष्ट्र में MVA के बीच 258 सीटों पर बनी सहमति, झारखंड में RJD के लिए JMM बनी मुसीबत