जहानाबादः बिहार के जहानाबाद में सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सदर अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती महिला के पेट में डॉक्टरों ने ऑपरेशन के दौरान कपड़ा छोड़ दिया। एक सप्ताह बाद यह मामला तब सामने आया जब महिला के पेट में दर्द हुआ और उसका पेट फूलने लगा। महिला ने अल्ट्रासाउंड और सिटी स्कैन कराया तो पेट में कपड़ा होने की बात सामने आई। इस पर महिला के परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा कर दिया।
महिला ने डॉक्टर से की पेट में दर्द और सूजन की शिकायत
दरअसल सदर प्रखंड के गौरापुर गांव निवासी राकेश कुमार की पत्नी खुशबू 25 जुलाई को प्रसव (डिलीवरी) के लिए सदर अस्पताल में भर्ती हुई थी। इस दौरान महिला को ऑपरेशन से बच्चा हुआ। ऑपरेशन करने के दौरान डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने लापरवाही बरती, जिसके कारण महिला के पेट में कपड़ा छूट गया। ऑपरेशन के दो दिनों के बाद से महिला के पेट में हल्का दर्द और पेट फूलने लगा।
शिकायत की तो डॉक्टर ने गैस की दवा देकर घर भेज दिया
इसके बाद इसकी शिकायत सदर अस्पताल के डॉक्टर से की। इस दौरान डॉक्टर ने पेट में गैस की बात कहकर कुछ दवाइयां दी। लेकिन दर्द ठीक नही हुआ और उसका पेट धीरे-धीरे और फूलने लगा। इसके बाद महिला के परिजनों ने शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां सिटी स्कैन में पता चला कि उसके पेट में कपड़ा है। जिसके बाद महिला का ऑपरेशन किया गया और महिला के पेट से कपड़ा निकाला गया। इसकी जानकारी सिविल सर्जन को भी दी गई।
महिला का निजी अस्पताल में चल रहा इलाज
फिलहाल महिला का निजी क्लिनिक में इलाज चल रहा है। महिला के परिजनों ने बताया कि 25 जुलाई को सदर अस्पताल में ऑपरेशन से बच्चा जन्म लिया था। दो दिन बाद पत्नी को हमेशा पेट में दर्द होने लगा और उसका पेट फूल गया। अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन में पता चला कि पेट में कपड़ा छूटा हुआ है।
इधर इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान भूल वश महिला के पेट में कुछ छूट गया होगा या इन्फ्रेक्शन हो सकता है। महिला के परिजन अगर चाहे तो दोबारा किसी दूसरे डॉक्टर से ऑपरेशन करा सकते हैं नहीं तो उन्हें पीएमसीएच भेजकर ऑपरेशन कराया जाएगा। इधर निजी क्लिनिक के डॉक्टर ने बताया कि महिला का दोबारा ऑपरेशन कर उसके पेट से टेट्रा को निकाला गया है। फिलहाल महिला का इलाज किया जा रहा है।
रिपोर्ट- मुकेश